दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मदनलाल खुराना (83) का रविवार शाम निगम बोध घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। शनिवार की रात ११ बजे कीर्ति नगर स्थित आवास पर उनका निधन हो गया था। इस मौके पर उनके परिजन और भाजपा के कई नेता उपस्थित थे। उनके पुत्र हरीश खुराना ने उनकी पार्थिव देह को मुखाग्नि दी।
इससे पहले उनका पार्थिव शरीर १२ बजे से भाजपा के दिल्ली कार्यालय, १४ पंडित पंत मार्ग पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था, जहां पार्टी के कई दिग्गज नेताओं सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने श्रद्धांजलि दी।
मदनलाल खुराना को श्रद्धांजलि देने के लिए आडवाणी समेत कई दिग्गज नेता पहुंचे। खुराना १९९३ से १९९६ तक दिल्ली के मुख्यमंत्री और २००४ में राजस्थान के राज्यपाल रहे। दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता और उनके पुत्र हरीश खुराना ने बताया कि उम्र संबंधी बीमारियों के कारण वह २०११ से अस्वस्थ चल रहे थे। खुराना के बेटे हरीश ने बताया कि, ‘उन्होंने यहां कीर्ति नगर स्थित आवास में रात करीब ११ बजे अंतिम सांस ली।’
खुराना लंबे समय से बीमार चल रहे थे और दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें २०११ में ब्रेन हेमरेज हुआ था। इसके बाद से उनकी सेहत खराब चल रही थी। दिल्ली सरकार ने खुराना के निधन पर दो दिन के शोक की घोषणा की है। हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर ने भी खुराना के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
मदन लाल खुराना का जन्म पाकिस्तान के फैसला बाद शहर में १९३६ को हुआ था। वह चार बार विधायक रहे और १९९३ से १९९६ तक दिल्ली के सीएम रहे थे। इसके अलावा वह राजस्थान के राज्यपाल भी रह चुके थे।खुराना बीजेपी के कद्दावर नेता थे और दिल्ली की राजनीति में लंबे समय तक सक्रिय रहे। उन्होंने २००३ में विधानसभा चुनाव में हार के बाद दिल्ली भाजपा प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया था।