भारत से भागकर पाकिस्तान चले गए खालिस्तानी चरमपंथी नेता हरमीत सिंह की मंगलवार को पाकिस्तान के लाहौर में हत्या कर दी गयी। उसकी हत्या एक गुरूद्वारे के पास की गयी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक हरमीत सिंह उर्फ़ हैप्पी पीएचडी लम्बे समय से पाकिस्तान की बदनाम खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर काम कर रहा था। हैप्पी पीएचडी की पाकिस्तान के लाहौर के एक गुरुद्वारे के पास गोली मारकर हत्या की गई। वहां की पुलिस का मानना है कि स्थानीय गैंग उसकी हत्या में शामिल हो सकता है। पुलिस को आशंका है कि ड्रग्स सप्लाई के पैसे के विवाद के चलते हरमीत सिंह की हत्या हुई है।
भारत के पंजाब में अपनी गतिविधियों के चलते हरमीत सिंह पुलिस की मोस्टवांटेड सूची में था। हैप्पी पर अमृतसर में हैंड ग्रेनेड हमले और पंजाब में आरएसएस और शिवसेना नेताओं की हत्या की साजिश के आरोप थे। उसे पाकिस्तान में बैठकर भारत में ड्रग्स सप्लाई और खालिस्तान समर्थक आतंकियों के स्लीपर सेल और टेरर मॉड्यूल खड़े करने की भी साजिश का भी आरोप रहा है।
वह खालिस्तान लिबरेशन फोर्स का स्वयंभू मुखिया था। भारतियों एजंसियों को उसके आईएसआई के इशारे पर काम करने और पाकिस्तान से ही भारतीय पंजाब में अपने नेटवर्क के जरिये ड्रग्स की सप्लाई की जानकारी थी। यही नहीं वो आतंकियों के लिए टेरर मॉड्यूल और स्लीपर सेल भी खड़े कर रहा था।