बिहार विधानसभा चुनाव में अपने लिए गंभीर चुनौती देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुनाव प्रचार के आखिरी दिन जनता से वोट की भावुक अपील करते हुए कहा है कि ‘यह उनका अंतिम चुनाव है’। उधर पीएम मोदी ने भी बिहार में कड़े मुकाबले को देखते हुए राज्य की जनता के नाम एक चिट्ठी में कहा – ‘मुझे विश्वास है, डबल इंजन की ताकत, इस दशक में बिहार को विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचाएगी।’
बता दें बिहार चुनाव में एनडीए को आरजेडी-कांग्रेस-वाम गठबंधन से बहुत कड़ी टक्कर मिल रही है। अब नीतीश और मोदी दोनों ने प्रचार के आखिरी दिन भावुक अपील कर जनता से वोट मानगा है। देखना होगा कि बिहार की जनता पर इसका क्या असर होता है, क्योंकि दो चरण का मतदान पहले ही हो चुका है।
पहले बात मुख्यमंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार की। यह माना जा रहा है कि इस चुनाव में नीतीश कुमार राजनीतिक जीवन के सबसे मुश्किल चुनाव में फंसे हैं। लिहाजा उन्होंने गुरूवार को प्रचार के अंतिम दिन जनता से भावुक अपील करते हुए कहा कि यह उनका अंतिम चुनाव है। बता दें 2017 में पंजाब में ऐसी ही अपील शिअद नेता और पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने भी जनता से की थी लेकिन जनता ने कांग्रेस को बंपर बहुमत दे दिया था।
नीतीश कुमार ने आज पूर्णिया के धमदाह में एनडीए प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करते हुए जनता से कहा – ‘जान लीजिए, आज चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है। परसों मतदान होगा और ये मेरा अंतिम चुनाव है। अंत भला तो सब भला।’ नीतीश 2005 से बिहार के मुख्यमंत्री हैं और माना जा रहा है कि उनकी सरकार के खिलाफ ‘एंटी इनकमबैंसी’ भी काफी दिख रही है।
चुनाव प्रचार के दौरान नीतीश और मोदी दोनों बिहार की जनता को ‘जंगलराज’ का डर दिखा चुके हैं। दोनों का कहना है कि यदि तेजस्वी आ गए तो ‘बिहार में फिर से जंगलराज’ आ जाएगा और विकास थम जाएगा। हालांकि, यह भी सच है कि बिहार के चुनाव में रोजगार सबसे बड़ा मुद्दा बन गया है और इसके चलते एनडीए को कठिनाई झेलनी पड़ रही है। लॉक डाउन में बुरी तरह परेशान हुए युवा और मजदूर वर्ग को इस चुनाव में संभालना ही नीतीश-मोदी के लिए सबसे बड़ी चुनौती रही है। तेजस्वी ने चुनाव की घोषणा होते हे 10 लाख सरकारी नौकरी देने की बात कहकर बाजी मार ली और भाजपा-जदयू संभल ही नहीं पाए।
फ़िलहाल आज नीतीश ने कहा कि वे (तेजस्वी) सिर्फ अपने परिवार की बात करते हैं और एनडीए बिहार के करोड़ों परिवार की बात करता है। अब बिहार के लोगों को चुनना है कि उन्हें कौन सरकार चाहिए। नीतीश ने कहा कि हर राज्य से आंकड़े के अनुसार बिहार में अपराध में नियंत्रण हुआ है और विकास का दर और आय में वृद्धि हुई है। दोबारा सरकार में आने का मौका जनता देती है तो पूरे राज्य में उद्योग का जाल बिछाया जाएगा ताकि न केवल बिहार के लोगों को रोजगार मिलेगा बल्कि बाहर के लोग भी बिहार रोजगार करने आएंगे।
उधर पीएम मोदी ने बिहार की जनता के नाम एक खत में कहा – ‘मुझे बिहार में नीतीश की जरूरत है। बिहार में बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और कानून का राज ये दोनों चीजें एनडीए की सरकार ही दे सकती है। अव्यवस्था और आरजकता के वातावरण में नव-निर्माण असंभव होता है। साल 2005 के बाद से बिहार में माहौल भी बदला और नव-निर्माण की प्रक्रिया भी आरंभ हुई। बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और कानून का राज, ये सामाजिक और आर्थिक संपन्नता के लिए अनिवार्य है। ये दोनों एनडीए ही दे सकता है।’