अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में यहां की जनता अंतिम नतीजों का बेसव्री से इंतजार कर रही है। अभी तक के नतीजों में राष्ट्रपति और रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप को 214 इलेक्टोरल वोट मिले हैं जिसमें उनका वोट प्रतिशत 47.86 फीसदी हैं जबकि पूर्व उपराष्ट्रपति और डेमोक्रेट उमीदवार जो बिडेन को 264 इलेक्टोरल वोट मिले हैं और उनका वोट शेयर 50.49 फीसदी है। बिडेन मजबूत लग रहे हैं, हालांकि अभी अंतिम नतीजे के बारे में कहना मुश्किल है। बिडेन ने विस्कॉन्सिन और मिशिगन में बढ़त बनाकर ट्रंप का रास्ता मुश्किल कर दिया है और वे 270 के जादुई आंकड़े को छूने की स्थिति में दिख रहे हैं। ट्रंप कुछ राज्यों में बिडेन की बढ़त (जीत) को कानूनी रूप से चुनौती देने की तैयारी में दिख रहे हैं, हालांकि वो वास्तव में कोर्ट जाएंगे, अभी कहना मुश्किल है। फिलहाल चार राज्यों जॉर्जिया, पेन्सिलवेनिया, एरिजोना और नेवाडा के नतीजों पर सबकी नजर है।
इलेक्टोरल वोट के मामले में ट्रंप को पेन्सिलवेनिया, नॉर्थ कैरोलिना, जॉर्जिया और नेवादा में जीत हासिल करनी जरूरी होगी। यह ‘बैटलग्राउंड’ हैं जहां रुझान साफ़ नहीं हैं। इनमें से नेवादा में बिडेन, नार्थ कैरोलिना में ट्रम्प, पेंसिल्वेनिया में ट्रंप, ऐरिजोना में बिडेन आगे हैं जबकि जार्जिया में ट्रंप और बिडेन लगभग बराबर हैं।
इस तरह अगला राष्ट्रपति चुनने की चाभी चार प्रमुख राज्यों जॉर्जिया, पेन्सिलवेनिया, एरिजोना और नेवाडा के हाथ में है। तीन में ट्रंप आगे हैं जबकि नेवाडा में बिडेन को बढ़त है। यदि बिडेन नेवादा में ही अपनी बढ़त बचा लेते हैं तो यह 6 वोट पाकर वे राष्ट्रपति बन जाएंगे। ट्रंप भले जॉर्जिया, पेन्सिलवेनिया, एरिजोना में बढ़त बनाए हैं लेकिन बिडेन ने इसे लगातार कम किया है। पेन्सिलवेनिया में 20 इलेक्टोरल वोट हैं, जहां अभी तक की स्थिति के मुताबिक कांटे की टक्कर है और एरिजोना में भी यही स्थिति है, जहां 11 वोट हैं। अलास्का और कुछ अन्य राज्यों में वोटिंग चल रही है। ट्रंप को जीत के लिए इन सभी राज्यों में जीतना होगा।
ट्रंप टीम हार के खतरे को देखते हुए रिकॉउन्टिंग (दोबारा गिनती) की बात कर रही है, लेकिन बहुत से जानकारों का कहना कि शायद ही इसका कोई लाभ ट्रंप को हो। टीम ट्रंप कोशिश कर रही है कि जिन राज्यों में बाइडेन के जीत का मार्जिन कम है, वहां पर दोबारा गिनती कराई जाए। उनकी नजर मिशिगन और विस्कोन्सिन पर है।
इस चुनाव में भारत के नजरिये से जो सबसे दिलचस्प तथ्य सामने आया है वह यह है कि भारत के पीएम नरेंद्र मोदी के साथ हाल के महीनों में ‘प्रचार’ का ट्रंप को कोई फायदा नहीं दिखा क्योंकि अमेरिकी भारतीयों की पहली पसंद बिडेन रहे। अश्वेत और मुस्लिम भी बिडेन के साथ खड़े दिखे हैं। यह भी दिलचस्प आंकड़े सामने आये हैं कि जहां कोरोना के मामले ज्यादा हैं वहां ट्रंप को ज्यादा समर्थन मिला है।
अमेरिका में यह माना जा रहा है कि सक्रियता के मामले में ट्रंप ने अपने पूर्ववर्ती राष्ट्रपतियों को पीछे छोड़ दिया है। वो राजनीतिक ध्रुवीकरण करने वाले नेता साबित हुए हैं। उनका जनाधार भी बढ़ा है। बिडेन जीत जाते हैं तब भी सीनेट में ट्रंप मजबूत रहेंगे। उनके समर्थक तो यहाँ तक मानते हैं कि ट्रंप यह चुनाव हार गए तब भी वे अगले चुनाव में मैदान में बहुत ताकत के साथ सामने आएंगे।
उधर ट्रंप के लिए िछले कुछ घंटों में उस समय असहज स्थिति बन गयी जब उनके दावों को ‘झूठ’ कहते हुए कई टीवी चैनल ने के लाइव भाषण को बीच में ही रोक दिया। एमएसएनबीसी के एंकर ने कहा – ‘ओके, हम यहां पर एक बार फिर से एक असामान्य स्थिति में हैं और न केवल अमेरिका के राष्ट्रपति को टोक रहे हैं बल्कि अमेरिका के राष्ट्रपति के बयानों को सही कर रहे हैं।’ इसके कुछ देर बाद ही चैनल ने उनके लाइव प्रसारण को रोक दिया।
अमेरिका के टीवी चैनल एनबीसी और एबीसी ने भी ट्रंप के भाषण के लाइव प्रसारण को रोका। सीएनएन के जैक टेप्पर ने कहा – ‘अमेरिका के लिए कितनी दुखद रात है जब उन्हें अपने राष्ट्रपति से यह सुनने को मिल रहा है जो लोगों पर चुनाव पर कब्जा करने का झूठा आरोप लगा रहे हैं।’
हालांकि, इन सब से बेफिक्र राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी जीत का दावा किया है। उन्होंने कहा – ‘मैं असली (लीगल) वोटों की गिनती में बहुमत से जीत चुका हूं।’ ट्रंप ने आशंका जताई कि अवैध वोटों (मेल-इन वोट) के जरिए इस चुनाव को ‘चुराने’ की कोशिश हो रही है।
वोटों का हिसाब-किताब
जॉर्जिया में 16 इलेक्टोरल वोट हैं जहां 99 फीसदी सीटों के आंकड़े आ चुके हैं और बिडेन और ट्रंप दोनों के 49.4 फीसदी (24,45,568 और 24,47,343) वोट हैं। नार्थ कैरोलीना में 15 इलेक्टोरल वोट हैं जहां 94 फीसदी सीटों के आंकड़े (गिनती) आए हैं और बिडेन 48.7 फीसदी (26,55,383) और ट्रंप 50.1 फीसदी (27,32,084) , नेवादा में 6 इलेक्टोरल वोट हैं और 84 फीसदी सीटों के आंकड़े आए हैं और बिडेन को 49.4 फीसदी (6,04,251) और 48.5 फीसदी (5,92,813) वोट, पेनसिल्वेनिया में 20 इलेक्टोरल वोट हैं और 95 फीसदी सीटों के आंकड़े के बाद बिडेन के 49.3 फीसदी (32,62,850) और ट्रंप के 49.6 फीसदी (32,85,239), आयोवा में 6 इलेक्टोरल वोट हैं और 99 फीसदी गिनती में बिडेन के 45 फीसदी (7,57,580) और ट्रंप के 53.2 फीसदी (8,96,286), एरिज़ोना में 11 इलेक्टोरल वोट हैं और 90 फीसदी सीटों के आंकड़े में बिडेन को 50.1 फीसदी (15,28,319) और ट्रंप को 48.5 फीसदी (14,82,062), ओहियो में 18 इलेक्टोरल वोट हैं और 96 फीसदी सीटों के आंकड़े में बिडेन को 45.2 फीसदी (26,03,731) जबकि ट्रंप को 53.4 फीसदी (30,74,418) वोट मिले हैं।
टेक्सास में 38 इलेक्टोरल वोट हैं और वहां 85 फीसदी सीटों की गिनती में बिडेन को 46.4 फीसदी (52,11,603), ट्रंप को 52.2 फीसदी (58,60,494) वोट, न्यू हैम्पशायर में 4 इलेक्टोरल वोट हैं और 99 फीसदी सीटों के आंकड़े में बिडेन को 52.8 फीसदी (4,23,186) और ट्रंप को 45.6 फीसदी (3,65,277) वोट, फ्लोरिडा में 29 इलेक्टोरल वोट हैं और 99 फीसदी सीटों के आंकड़े में बिडेन को 47.9 फीसदी (52,84,377) जबकि ट्रंप को 51.2 फीसदी (56,58,690), मिशिगन में 16 इलेक्टोरल वोट हैं और वहां 99 फीसदी गिनती में बिडेन को 50.6 फीसदी (27,91,549) और ट्रंप को 47.9 फीसदी (26,46,423) जबकि विस्कॉन्सिन में 10 इलेक्टोरल वोट हैं और 99 फीसदी सीटों के आंकड़े में बिडेन को 49.6 फीसदी (16,30,542) और ट्रम्प को 48.9 फीसदी (16,09,734) वोट मिले हैं।