दिल्ली में कोरोना के मामलें जरूर कम आ रहे है। लेकिन कोरोना अभी गया नहीं है। कोरोना को लेकर जो गाईड लाईन बनाई गयी थी। उसको लेकर अब कोई पालन भी नहीं कर रहा है। साथ दिल्ली सरकार ने जो पाबंदी लगायी थी उसमें भी छूट दें दी है। जिससे बाजारों में और बसों में भीड़ को देख कर लगता है। कि लोगो से ज्यादा सरकार लापरवाह है।
विशेषज्ञों ने तहलका को बताया कि डीटीसी की बसों में पहले एक सीट छोड़ एक सवारी यात्रा करती थी। फिर बस की प्रत्येक सीट पर सवारियों ने यात्रा की है। अब तो बस में ठूस-ठूस कर यात्रा करायी जा रही है। जो पूरी तरह से गलत है। बसों में इतनी छूट लोगों के लिये घातक हो सकती है।
लोकनायक अस्पताल के एक सीनियर डाँक्टर ने दिल्ली सरकार के इस फैसले का विरोध किया है कि बसों में यात्रा को लेकर जो छूट दी है। वो पूरी तरह से गलत है। क्योंकि बस में जब यात्री खड़े होकर यात्रा करते है। जिसमें यात्रियों की छींक ,खांसी और जुकाम होने की वजह से संक्रमण फैल सकता है। उनका कहना है कि सरकार अभी कम से कम मार्च के महीने तक तो कोरोना गाईड लाईन का पालन सख्ती से कराना चाहिये था।
उनका कहना है बदलते मौसम में सर्दी-जुकाम औऱ खांसी के मामलें तेजी से बढ़ रहे है। और उनका कहना है कि आईआईटी कानपुर के शोध ने भी चेताया है कि जून में कोरोना की लहर आ सकती है। इसलिये अभी कोरोना को लेकर लापरवाही सरकार और आम लोगों के लिये घातक हो सकती है।संक्रमण भीड़-भीड़ वाले इलाके से ही आता है। ऐसे में जितना हो सकें लोगों को भीड -भाड़ से बचना चाहिये और खांसी -जुकाम को नजर अंदाज नहीं करना चाहिये।