छह सीरियल धमाकों के बाद श्रीलंका की राजधानी कोलम्बो में सेना तैनात कर दी गयी है। प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने आपात बैठक बुलाई है। पीएम मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित दुनिया भर के नेताओं ने इन धमाकों की कड़ी निंदा करते हुए इतने लोगों की जान जाने पर दुःख व्यक्त किया है। अभी तक १६३ लोगों के मरने की गैर सरकारी सूचना है। मरने वालों में ९ विदेशी भी बताये गए हैं हालांकि अभी इनकी राष्ट्रीयता की जानकारी नहीं है।
धमाकों के बाद सुरक्षा को देखते हुए कोलंबो में सेना के २०० जवानों को तैनात किया गया है। श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में ईसाईयों के पवित्र त्योहार ईस्टर के मौके पर सिलसिलेवार धमाकों ने लिट्टे के जमाने की याद दिला दी है। इन धमाकों में ४०० से ज्यादा लोग घायल हैं जिनमें कई की हालत खराब बताई गयी है। मृतकों की सही संख्या की जानकारी सरकार की बैठक के बाद आने की सम्भावना है।
इन हमलों में तीन चर्च और तीन होटलों को निशाना बनाया गया है। इसाइयों को निशाना बनाते हुए चर्च में हुए इन धमाको में कोलंबो में ५१, नेगोंबो में ७२ और बट्टिकालोआ में ३८ लोग मारे गए हैं।
श्रीलंका में इससे पहले बड़ा हमला २००६ में हुआ था। इस १६ अक्टूबर की घटना में दिगमपटाया में करीब ११२ लोगों की हत्या कर दी गयी थी। लिट्टे से जुड़े उग्रवादियों ने श्रीलंकाई सेना को निशाना बनाकर एक ट्रक को सेना की १५ गाड़ियों के काफिले में घुसा दिया था।
श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने ब्लास्ट्स के बाद आपात बैठक बुलाई है। प्रधानमंत्री ने अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सेना को बुला लिया गया है। सुरक्षा को देखते हुए कोलंबो में सेना के २०० जवानों को तैनात कर दिया गया है। श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने धमाकों पर शोक जताते हुए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने सुरक्षा एजेंसियोँ को जल्द जांच कर हमले के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक इन धमाकों को लेकर पुलिस ने पहले ही आलर्ट जारी किया था इसके बावजूद इन्हें टाला नहीं जा सका। जिन तीन चर्च में धमाका हुआ उनमे कोलंबो का सेंट एंटनी चर्च, पश्चिमी तटीय शहर नेगोंबो में सेंट सेबेस्टियन चर्च और पूर्वी शहर बट्टिकालोआ के एक चर्च को निशाना बनाया गया। इसके अलावा जिन तीन होटलों को निशाना बनाया गया, उनमें पांच सितारा होटल, शांगरीला, द सिनामॉन ग्रैंड और द किंग्सबरी शामिल है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक धमाकों के बाद चीख पुकार मच उठी और लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते दिखाई दिए। जब धमाके हुए उस समय चर्च में ईस्टर की प्रार्थना हो रही थी। पहला धमाका कोलंबो के एक चर्च में हुआ और इसके बाद सीरियल ब्लास्ट्स हुए। आधे घंटे के दौरान सेंत एंथोनी चर्च कोलंबो, वहां से ३० किलोमीटर दूर चर्च सेंट सेबेस्टियन कोलंबो और तीसरा २५० किलोमीटर दूर से 30 किलोमीटर दूर पूर्व में स्थित बट्टीकलोया में हुए।