कोरोना पर पीएम मोदी ने मंगलवार को राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद किया। इसमें मोदी ने कहा कि ”भविष्य में जब कभी भारत की कोरोना के खिलाफ लड़ाई का अध्ययन होगा, तो ये दौर इसलिए याद किया जाएगा कि कैसे इस दौरान हमने साथ मिलकर काम किया”।
मोदी ने कहा कि आज दुनिया के बड़े-बड़े एक्सपर्ट्स, हेल्थ के जानकार, लॉकडाउन और भारत के लोगों के दिखाए अनुशासन की चर्चा कर रहे हैं। आज भारत में रिकवरी रेट ५० प्रतिशत से ऊपर है। कहा कि आज भारत दुनिया के उन देशों में अग्रणी है जहां कोरोना संक्रमित मरीजों का जीवन बच रहा है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने पंजाब, चंडीगढ़, उत्तराखंड, हिमाचल, लद्दाख, झारखंड, छत्तीसगढ़, गोवा, केरल, पुडुचेरी,असम, त्रिपुरा, मेघालय, अरुणाचल, मिजोरम, सिक्किम, मणिपुर, नागालैंड, अंडमान-निकोबार, दादर नगर हवेली और दमन दीव, लक्षद्वीप के सीएम और उपराज्यपाल से बात की।
पीएम ने मुख्यमंत्रियों से संवाद में कहा कि किसान के उत्पाद की मार्केटिंग के क्षेत्र में हाल में जो सुधार किए गए हैं, उससे किसानों को उपज बेचने के लिए नए विकल्प उपलब्ध मिलेंगे और उनकी आय बढ़ेगी। स्टोरेज के अभाव के कारण उनको जो नुकसान होता था, उसे भी हम कम कर पाएंगे।
उन्होंने कहा कि स्थानीय उत्पाद के लिए जिस क्लस्टर बेस्ड रणनीति की घोषणा की गई है, उसका भी लाभ हर राज्य को होगा। इसके लिए जरूरी है कि हम हर ब्लॉक, हर जिले में ऐसे प्रोडक्ट्स की पहचान करें, जिनकी प्रोसेसिंग और मार्केटिंग करके, एक बेहतर प्रोडक्ट हम देश और दुनिया के बाज़ार में उतार सकते हैं मोदी ने कहा कि हमें इस बात का हमेशा ध्यान रखना है कि हम कोरोना को जितना रोकेंगे, उसे बढ़ने से उतना ही रोक सकेंगे और उतनी ही हमारी अर्थव्यवस्था खुलेगी, हमारे दफ्तर खुलेंगे, मार्केट खुलेंगे, ट्रांसपोर्ट के साधन खुलेंगे, और उतने ही रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे। पीएम ने कहा – ”हमारे यहां जो छोटी फैक्ट्रियां हैं उन्हें गाइडेंस की, हैंड होल्डिंग की बड़ी जरूरत है। मुझे पता है आपके नेतृत्व में इस दिशा में काफी काम हो रहा है”।