कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार की तारीफ की है। कोरोना वायरस को लेकर केंद्र की ओर से उठाए जा रहे कदमों की सराहना करते हुए कहा, मोदी के पूरे देश में 21 दिन के लॉकडाउन के दूसरे दिन फैसले का भी समर्थन किया।
पीएम को पत्र लिखकर सोनिया ने कहा कि कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में कांग्रेस सरकार के साथ मजबूती से खड़ी है। इसी के साथ उन्होंने सरकार को कई सुझाव भी दिए। नौकरीपेशा लोगों को राहत देने के लिए ईएमआई पर 6 महीने तक रोक लगाने की मांग की है। इसके अलावा बैंकों द्वारा ब्याज भी माफ करने का सुझाव दिया गया है।
सोनिया ने चार पेज के लिखे पत्र में लिखा, ‘लोगों की नौकरियां चली गईं, कामकाज ठप हो गया है। ऐसे में गरीब तबका सबसे ज्यादा परेशान है। इसलिए ऐसे लोगों के खाते में तत्काल प्रभाव से 7500 रुपये सरकार की तरफ से पैसे तत्काल दिये जाने चाहिए। यह एकमुश्त राशि जनधन खाताधारक, पीएम किसान योजना खाताधारक, बुजुर्ग महिलाएं, विधवा महिलाओं, विकलांग, मनरेगा मजदूरों के खातों में ट्रांसफर करने चाहिए।
सोनिया ने राशन कार्ड धारकों को 10-10 किलो चावल गेहूं देने की मांग की है। पत्र में सोनिया ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि निर्माण क्षेत्र के कामगारों के कल्याण के लिए बने राज्य बोर्डों ने उपकर के माध्यम से 31 मार्च, 2019 तक 49,688 करोड़ रुपये की राशि का संग्रह किया था और इसमें से सिर्फ 19,380 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। ऐसे में शेष धनराशि को मुसीबत की इस घड़ी में खर्च किया जा सकता है।
मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा पर ध्यान दें
कांग्रेस अध्यक्ष ने डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की सुरक्षा के लिए जरूरी और उचित कदम उठाए जाने का आग्रह किया है। उन्होंने उद्योग जगत के साथ ही आम लोगों के लिए भी राहत पैकेज जारी करने का सुझाव दिया है। सप्लाई चेन को भी मजबूत करने की मांग पत्र में की गई है। देशभर में 21 दिन के लॉकडाउन के दौरान सरकारी कर्मचारियों की सैलरी न कटे साथ ही लोगों की ईएमआई भी 6 महीने तक टाले जाने की बात कही है।