दिल्ली में लगातार बढ़ रहे कोरोना के बीच दिल्ली सरकार ही नहीं, बल्कि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने दिल्ली वासियों को कोरोना से बचने की सलाह दी है। साथ ही नया साल और क्रिसमस- डे पर लोगों को सीमित दायरे में रहकर उत्सव मनाने के लिये गाइड लाइन भी जारी की गर्इ है। उसके बावजूद दिल्ली के बाजारों में कोरोना गाइड-लाइन की धज्जियां उड़ाई जा रही है। दिल्ली के छोटे-बड़े बाजारों के साथ साप्ताहिक बाजारों में हजारों की संख्या में बिना सोशल डिस्टेंसिंग के लोग खरीददारी करते नज़र आ रहे है। कई स्थान तो ऐसे भी है जहां पर लोग बिना मास्क के देखें जा सकते है।
बताते चलें देश–दुनिया में कोरोना के नये स्वरूप ओमिक्रोन को लेकर लोगों में चिंता का विषय बना हुआ है। भारत में ओमिक्रोन के 358 मामले सामने आ चुके है। ओमिक्रोन और कोरोना को देखते हुये उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश सरकार ने नाइट कर्फ्यू भी लगा दिया है।
बाजारों में उमड़ी भीड़ को लेकर दिल्ली के व्यापारियों का कहना है कि क्रिसमस और नया साल का जश्न मनाने के लिये लोग बाजारों से खरीददारी कर रहे है। तो इसमें क्या बुराई है। क्योंकि ओमिक्रोन को लेकर जो बे-वजह हल्ला सरकार कर रही है, 2020 से दिल्ली का बाजार टूटा हुआ है।
जैसे-तैसे बाजार उठता है बाजारों में रौनक बढ़ती है तो दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सहित अन्य संस्था तमाम नियमों को लागू करने लगती है। दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ अनिल बंसल का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर की आहट के बीच हमें सावधानी तो अपनानी होगी। साथ ही इस बात पर जोर देना होगा कि लोगों के काम-काज प्रभावित न हो। लेकिन अफवाहों पर ध्यान न दें। सचेत रहे और कोरोना गाइड लाईन का पालन करें।