दिल्ली में कोरोना के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे है। वहीं डेंगू का डंक भी लोगों के बीच भय का कारण बना हुआ है। दिल्ली के डॉक्टरों ने तहलका संवाददाता को बताया कि अगर कोरोना के साथ डेंगू का कहर बढ़ता है। तो निश्चित तौर पर लोगों को विशेष सावधानी बरतनी होगी। 23 जून को दिल्ली में करीब एक हजार नौ से अधिक मामले आये है। वहीं दूसरी तरफ 22 जून को डेंगू के 7 से ज्यादा मामले सामने आने से दिल्ली के स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।
बताते चलें कोरोना और डेंगू दोनों ही संक्रमित बीमारी है। इसमें रोगी को तुरन्त जानकारी नहीं मिलती है। दो दिन बाद रोगी को इसके हल्के लक्षण मिलते है। ऐसे में सावधानी के तौर पर भीड़-भाड़ वाले इलाके में जाने से बचना आवश्यक है।
एम्स के डॉ आलोक कुमार का कहना है कि आने वाले दिनों में बरसात का मौसम आयेगा जिससे मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ेगा। जिसमें डेंगू और मलेरिया शामिल है। उनका कहना है कि डेंगू को लेकर दिल्ली में कहर अक्सल रहा है। जिसमें रोगी के प्लेटलेट्स गिरने लगते है। और साथ ही रोगी का वजन भी।
डॉ आलोक कुमार ने बताया कि समय रहते अगर कोरोना के साथ अगर डेंगू को काबू नहीं पाया गया तो ये घातक हो सकता है। जिसके चपेट में बच्चे , युवा और बुजुर्ग भी आ सकते है।डाँ संजय चौधरी का कहना है कि तमाम अध्ययनों से इस बात की पुष्टि हुई है कि जून के आखिरी में और जुलाई के शुरू में कोरोना का कहर बढ़ सकता है। ऐसे में बचाव के तौर पर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मुंह मास्क लगाकर ही निकलें ताकि कोरोना के साथ डेंगू को काबू पाया जा सकें।