देश–दुनिया में कोरोना के नये स्वरूप आँमिक्रोन को लेकर मचे हडकंप से लोगों में फिर डर और भय बढ़ने लगा है। हांलाकि, केन्द्र सरकार के निर्देश के बाद राज्यों ने अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं दिल्ली सरकार ने हर संभव आँमिक्रोन जैसे वेरिएंट से निपटने के लिये डाँक्टरों को तैयार रहने को कहा है।
बताते चलें, कोरोना का कहर 2020 मार्च से देश –दुनिया में कहर मचा रहा है। जिसके चलते लाखों लोगों की जाने गयी है और करोड़ो लोग कोरोना जैसी बीमारी की चपेट में आये है। तब से लोगों के बीच एक भय है कि कहीं कोरोना का नया वैरिएंट फिर से लाँकडाउन जैसी स्थिति लाने को मजबूर न कर दें।
कोरोना के आँमिक्रोन के बढ़ते मामलों को लेकर एक ओर डाँक्टरों ने सावधान रहने की बात कहीं है। तो वहीं व्यापारियों और छात्रों ने चिंता व्यक्त करते हुये कहा है कि अगर फिर से कोरोना का कहर बढ़ा तो आने वाले दिनों में फिर से मुसीबत न बढ़ जाये।
मैक्स अस्पताल के कैथ लैब के डायरेक्टर डाँ विवेका कुमार का कहना है कि, कोरोना एक संक्रमित बीमारी है। इसमें जरा सी लापरवाही घातक हो सकती है। जिनको हृगय रोग या दमा जैसी बीमारी है। वे समय –समय पर अपना इलाज करवाते रहे।
दिल्ली सरकार के प्रोग्राम ऑफीसर डाँ भरत सागर का कहना है कि, कोरोना के नये स्वरूप को लेकर सतर्क रहे। मास्क लगाकर घर से निकलें और सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें। भीड़भाड़ वाले इलाके में जाने से बचें।
दिल्ली के व्यापारी रतन अग्रवाल और पुनीत सेठ ने कहा कि, आँमिक्रोन को लेकर अभी से बाजार में नरमी आने लगी है। अगर कोरोना 2020 की तरह फिर से पाबंदी लगनी शुरू हुई तो, आने वाले दिनों में बाजारों में संकट दिखेगा और आर्थिक हालात फिर से कमजोर होगें। वही छात्रों का कहना है कि जैसे–तैसे पढ़ाई को आँनलाईन से क्लासों तक स्कूल जाने के लिये माहौल बना था। अगर फिर से कोरोना के नये स्वरूप के चलते स्कूलों को बंद करना पड़ा तो पढ़ाई काफी हद तक प्रभावित होगी।