कोरोना वायरस के कहर और ओमिक्रोन के बाद, अब बच्चों में कोरोना संक्रमण के मामलें बढ़ने लगे है। जिसको लेकर बाल रोग विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना का कहर लगातार जारी है। अभी कर्नाटक में सबसे ज्यादा बच्चों में कोरोना के संक्रमण के मामले सामने आये है। ऐसे में हमें अभी से सावधानी बरतनी होगी।
कलावती सरन अस्पताल दिल्ली के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ ए . के. सिंह का कहना है कि बच्चों में इम्युन्टी पावर का ध्यान रखना होगा। उनका कहना है कि बच्चों में खांसी-जुकाम की शिकायत के साथ और बुखार अगर 4 दिन से आ रहा हो तो, उसे नजरअंदाज न करें। बल्कि सावधानी के तौर इलाज करवायें।
एम्स के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ जुगल कुमार का कहना है कि बच्चों में रोग प्रतिरोधक युवकों की तुलना में कम पायी जाती है। इसलिये उनको संक्रमित बीमारी जल्दी अपनी चपेट में ले लेती है। जी बी पंत अस्पताल के सीनियर डॉ भरत सागर का कहना है कि कोरोना एक संक्रमित बीमारी है।
बच्चों में अभी तक कोरोना के मामलें कम ही आ रहे थे। लेकिन कर्नाटक और केरल में जो बच्चों में कोरोना होने की पुष्टि हुई है। उससे जरूर स्वास्थ्य महकमें में हडकंप है। उन्होंने कहा कि बच्चों कम से कम घर से बाहर निकालें और सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें।उनका कहना है कि 10 साल तक के बच्चों के लिये वैक्सीन जल्द से जल्द से आने वाली है। वैक्सीनेशन बच्चों में होने के बाद कोरोना को काफी हद तक काबू पाया जा सकता है।