कोरोना का भय, अब जमाखोरी में लगे लोग

समस्यायें या तो स्वयं समय के साथ सुलझ जाती है या, फिर जरा से उपाय में सुलझा ली जाती है। लेकिन आज के दौर में समस्याओं पर ध्यान ना देकर लोग, दोषारोपण और भय बनाकर कर लोगों के बीच अफरा – तफरी का माहौल बना रहे है। बताते चलें दिल्ली – एनसीआर में कोरोना के कहर के कारण लोगों ने महामारी की आड़ में जमाखोरी का काम करना शुरू कर दिया है। लोगों का कहना है कि इस बार बीमारी लम्बी चलेगी। आने वाले दिनों में खाद्य आपूर्ति का संकट आ सकता है। तामाम तरह की बातों का माहौल बनाया जा रहा है। लोग डर के मारे अपनी हैसियत से जमाखोरी करने में लगे है। ऐसा नहीं है कि इस खेल में छोट-बड़े व्यापारी ना लगे है।

त्रिलोक पुरी में इस बात की चर्चा आम हो रही है कि देश में नमक की कमी हो सकती है। इसलिये दिल्ली के पिछड़े इलाकों में लोगों ने नमक की जमाखोरी करनी शुरू कर दी है। और तो और वे तम्बाकू, गुटखा और बीड़ी, सिगरेट सहित अन्य नशीली पदार्थों को भी लोगों ने खरीदकर जमा करना शुरू कर दिया है। इस बारे में तहलका संवाददाता को रमेश कुमार अग्रवाल और राकेश ने बताया कि उनको तम्बाकू और गुटखा की लत है। 2020 में जब लाँकडाउन लगा था तब गुटखा और तम्बाकू को औने –पौने दामों में खरीदना पड़ा था ।

वो भी आसानी से नहीं मिलता था। सबसे चौकाने वाली बात तो ये है इस जमाखोरी जैसे माहौल को अंजाम देने में राजनीति से जुड़े लगे है। मतलब साफ है कि समस्याओं को बढ़ाया जा रहा है।