कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने अपने महत्वकांक्षी ई कॉमर्स पोर्टल ‘भारत ईमार्केट’ का प्रतीक चिन्ह लांच कर दिया है। इसे लांच करते हुए कैट ने कहा, यह देश के ई कॉमर्स व्यापार में भारत के व्यापारियों और ई कॉमर्स व्यापार को विदेशी ई कॉमर्स कंपनियों के चंगुल से आजाद कराने की पहल है। इस पोर्टल की टैग लाईन ‘’मेरे लिए, मेरे देश के लिए’’ जो कि भारत के व्यापारियों द्वारा भारत के उपभोक्ताओ और व्यापारियो के लिए बनाई गई है। यह पोर्टल इस वर्ष दिसंबर तक शुरू किया जाएगा। भारत ईमार्किट की खास बात यह है कि इस पोर्टल पर ऐसी किसी भी वस्तु की बिक्री नहीं की जाएगी जो कि चीन में बनी हो।
इस लॉंचिंग के मौके पर वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा देश के केंद्रीय वाणिज्य राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने भारत ईमार्केट को लांच करने के उपलक्ष्य पर कैट के निर्णय की सराहना करते हुए कहा, कि निश्चित रूप से कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकल पर वोकल तथा आत्मनिर्भर भारत को अमली जामा पहनाने के लिए मील का पत्थर बनेगा। उन्होंने साफ शब्दों मे कहा कि सरकार ई कामर्स व्यापार को सबके लिए समानता से उपलब्ध कराने के लिए संकल्पित है और किसी ई कॉमर्स कंपनी की मनमानी को सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी और यदि कोई भी सरकार की नीतियों का उल्लंघन करेगा तो उसे सख्त कारवाई का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। अब व्यापार करने का तरीका बदल रहा है और व्यापारियों को भी अब अपने व्यापार को तकनीक से जोड़ना जरूरी है।‘
आपको बता दें, कोरोना महामारी के चलते देश में हुए लॉकडाउन के समय ई मार्केट के प्रयोग में अचानक से वृदि देखने को मिली। भारत में कोरोना से पहले ई व्यव्साय केवल 7% था जो आज वर्तमान में बढ़कर 24% हो गया है। इसी को देखते हुए कैट ने ‘भारत ईमार्केट’ को लांच किया है। जिसमें चीन के किसी भी प्रोडक्ट की बिक्री नही की जाएगी। देश के शहरी क्षेत्रों में वर्तमान में इंटरनेट का उपयोग करने वाले 42% उपयोगकर्ता है। और जो कि ई कॉमर्स के माध्यम से अपनी सभी प्रकार के समान की खरीदारी भी करते है।
कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया एंव राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा, भारत में व्यापारियों को दुकाने भारतीय अर्थव्यवस्था में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रहेगी, जिन्हे कोई मिटा नहीं सकता। किंतु ई कामर्स व्यापार का नया तरीका है। जिसको देश के व्यापारियों द्वारा एक अतिरिक्त व्यापार के रूप में अपनाया जाना भी बेहद आवश्यक बन गया है।
वर्ष 2026 तक 200 बिलियन का करोबार होने की उम्मीद
भारत में स्मार्टफोन और इंटरनेट के तेजी से बढ़ते इस्तेमाल तथा केंद्र सरकार द्वारा बड़ी संख्या में पंचायतों को डिजिटल तकनीक के साथ जोड़े जाने के चलते देश के ई कामर्स बाज़ार की वर्ष 2026 तक 200 बिलियन डॉलर होने की उम्मीद है। जो वर्तमान में लगभग 45 बिलियन डॉलर है। 5जी तकनीक के आने के बाद से देश में ई कॉमर्स व्यापार तेजी से आगे बढ़ेगा और लोग बडी संख्या मे डिजिटल कॉमर्स को अपनाऐंगें। टेक्नोलॉजी ने डिजिटल पेमेंट, हाइपर लोकल लॉजिस्टिक्स, एनालिटिक्स से संचालित कस्टमर एंगेजमेंट और डिजिटल विज्ञापनों जैसे नए विचारों को जन्म दिया है। और जिससे भी भारत में व्यापार बढ़ेगा।