देश भर में बाढ़ का कहर जारी है। अब तक बारिश और बाद में करीब ७४० लोगों की मौत हो चुकी है। केरल में अब तक 30 लोगों की जान गयी है और वहां १४ में से ११ जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। सूबे में अब तक १७,००० लोगों को सुरक्षित जगह पहुँचाया गया है। उधर उत्तर प्रदेश के बस्ती में एनएच-२८ पर एक निर्माणाधीन फ्लाई ओवर शनिवार सुबह ढह गया। अभी तक किसी की जान जाने की खबर नहीं है।
इडुक्की में पानी का स्तर बढ़ने के बाद चेरुथोनी बांध के पांच और दरवाज़े खोल दिए गए हैं। केरल के मुन्नार में रिजॉर्ट में फंसे 30 विदेशी पर्यटकों को सेना ने सुरक्षित निकाला लिया है।
केरल में मुख्यमंत्री विजयन से शनिवार को बाढ़ से प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक केरल में बारिश से हालात काफी बिगड़ गए हैं। पिछले 55 घंटों से हो रही बारिश के चलते 14 अगस्त तक कई इलाकों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में हालत और भी बिगड़ सकते हैं।
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और उनके मंत्रियों ने प्रभावित इलाकों इडुक्की, वायनाड, कलीकट और कोच्चि का हवाई दौरा किया। गृहमंत्री राजनाथ सिंह 12 अगस्त यानी रविवार को केरल का दौरा करेंगे।
केरल में अब तक बारिश और भूस्खलन के कारण 29 लोगों की जान जा चुकी है और अलग अलग शहरों में 30 हज़ार से ज़्यादा लोगों ने राहत शिविरों में शरण ली है।इस बारिश से अब तक कुल 54 हज़ार लोग बेघर हो गए हैं। वहीं भारतीय वायुसेना ने हेल्प ऑपरेशन चलाकर अब तक 55 लोगों को बचाया है। बचाए गए लोग केरल के पहाड़ी इलाकों में फंसे हुए थे।
उधर पेरियार नदी में जलस्तर को देख कोचि के बैकवॉटर्स से घिरे वेलिंगडन द्वीप के हिस्सों के भी डूबने की आशंका जताई जा रही है। हालात को काबू में करने के लिए शासन भी हर संभव मदद कर रहा है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बताया है कि देश के सात राज्यों में बाढ़ और बारिश से जुड़ी घटनाओं में इस मानसून में अब तक 718 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि गैर सरकारी सूत्रों के मुताबिक अब तक ७४० लोगों की मौत हुई है। राष्ट्रीय
आपदा प्रतिक्रिया केंद्र (एनईआरसी) के अनुसार उत्तर प्रदेश में 171, पश्चिम बंगाल में 170, केरल में 178 और महाराष्ट्र में अब तक 139 लोगों की मौत हुई है। वहीं, गुजरात में 52, असम में 44 और नगालैंड में आठ लोगों की मौत हुई है।
इसके अलावा 26 लोग लापता हैं। इनमें से 21 केरल और पांच पश्चिम बंगाल के हैं। बारिश से जुड़ी घटनाओं में 244 लोग घायल हुए हैं जबकि असम में 11.45 लाख लोग बारिश और बाढ़ की वजह से प्रभावित हुए हैं। करीब 27,552 हेक्टेयर खेतों में लगी फसलों पर भी इसका असर पड़ा है। वहीं केरल में पिछले 50 साल में पहली बार बारिश से भीषण तबाही हुई है। एहतियातन राज्य के 24 बांधों को खोल दिया गया है।
केरल में जगह-जगह भूस्खलन और बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। वायनाड में खेतों में पानी भर गया है। किसानों को उनकी फसल बर्बाद होने का डर सता रहा है।