कृषि कानून के विरोध में देश भर के करीब 5 सौ किसान संगठन 26 नवम्बर को दिल्ली में धरना –प्रदर्शन कर केन्द्र सरकार किसान विरोधी नीतियों को उजागर करेगे।
किसान नेता सूरज प्रताप सिंह ने बताया कि देश में जब भी आपदा या विपदा आयी है तो देश के किसानों ने अहम् सकारात्मक भूमिका निभाई है। लेकिन आज केन्द्र की भाजपा सरकार सत्ता के नशे में इस कदर चूर है कि वो किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है।
किसान पंकज सिंह ने तहलका संवाददाता को बताया कि देश में कोरोना महामारी फैली है। लोगों में डर है। ऐसे में किसान सोशल डिस्टेंसिंग को अपनाकर सरकार की किसान और कृषि नीतियों का विरोध करेगें। उन्होंने बताया कि अगर हमारी मांगों को नहीं माना गया तो इस बार का विरोध प्रदर्शन तब तक चलेगा । जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं मान लिया जाता है। उन्होंने बताया कि सरकार के समक्ष कई बार अपनी बात रख चुके है। पर सरकार किसानों को गुमराह करने में लगी है।किसान पंकज का कहना है कि देश भर के किसान दिल्ली आने को तैयार है । चाहे उन्हें कितनी परेशानी का सामना क्यों ना करना पड़े।