अरविन्द केजरीवाल का लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ़ हो गया है। बुधवार दोपहर उन्हें आम आदमी पार्टी (आप) विधायक दल का नेता चुन लिया गया। अरविन्द के नाम का प्रस्ताव मनीष सिसोदिया ने प्रस्तावित किया जिसपर सभी ने मुहर लगा दी।
इस बीच चर्चा है कि केजरीवाल का शपथ ग्रहण समारोह रविवार (१६ फरवरी) को हो सकता है। इसमें अन्य प्रदेशों और दलों के नेताओं को भी न्योता दिया जाएगा। आज सुबह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने फोन करके केजरीवाल को उनकी जीत पर बधाई दी। इससे पहले राहुल गांधी उन्हें जीत की बधाई देने वाले मंगलवार को सबसे पहले विपक्षी नेता थे। बाद में पीएम मोदी ने भी ट्वीट करके उन्हें बधाई दी।
आप विधानसभा चुनाव में ७० में से ६२ सीटें जीतकर तीसरी बात सत्ता में आई है। वैसे केजरीवाल को विधायक दल का नेता चुना महज एक औपचारिकता ही थी क्योंकि उनके ही चेहरे के बूते आप सत्ता में आई है।
इस चुनाव में भाजपा को नागरिकता संशोधन क़ानून के हक़ में, शाहीन बाग़ आंदोलन के खिलाफ बड़ा अभियान चलाने और हिन्दू-मुस्लिम का राग अलापने के बावजूद बुरी हार मिली है। उसे सिर्फ ८ सीटें मिली हैं। माना जा रहा है कि आप की एकतरफा जीत के पीछे कांग्रेस का भी बहुत बड़ा रोल रहा है, जिसने अपना कमोवेश पूरा वोट वोट बैंक एक सुन्योजित तरीके से आप को ट्रांसफर करवा दिया ताकि वह अपनी सबसे बड़ी राजनीतिक प्रतिद्वंदी भाजपा की हार सुनिश्चित कर सके।