केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज जम्मू-कश्मीर के राजौरी में घोषणा कर कहा है कि गुर्जरों और बकारवाल के अलावा पहाड़ी समुदाय को जल्द ही अनुसूचित जनजाति (एसटी) के रूप में शिक्षा और नौकरियों में आरक्षण मिलेगा।
अपनी रैली के दौरान शाह ने कहा कि उप राज्यपाल द्वारा स्थापित आयोग ने रिपोर्ट भेज दी हैं जिसमें गुर्जर, बकरवाल और पहाड़ी समुदायों के लिए आरक्षण की सिफारिश की गर्इ हैं। और यह जल्द ही दिया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि अनुच्छेद 370 के तहत विशेष दर्जा हटाए जाने के बाद ही आरक्षण संभव हुआ हैं। इसे हटाने से अल्पसंख्यकों, दलितों, आदिवासियों, पहाड़ी लोगों को उनका अधिकार मिलेगा और मुस्लिम बहुत केंद्र शासित प्रदेश में हिंदू धार्मिक अल्पसंख्यक हैं।
बता दें, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तीन दिवसीय यात्रा पर जम्मू-कश्मीर पहुंचे हैं। अमित शाह की जम्मू-कश्मीर में रैली से पहले प्रशासन ने राज्य के जम्मू और राजौरी जिलों में मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी हैं। केंद्रीय गृह मंत्री सोमवार शाम से ही राज्य की दो दिवसीय यात्रा पर हैं।
गृहमंत्री यहां दो रैलियों को संबोधित करेंगे। वह जम्मू संभाग के राजौरी जिले में एक रैली मंगलवार को और उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में आयोजित एक अन्य रैली बुधवार को संबोधित करेंगे।
सोमवार को डोगरा समुदाय के प्रतिनिधियों समेत कई प्रतिनिधिमंडलों ने गृह मंत्री के साथ भेंट की और सूत्रों के अनुसार इस बैठक में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह भी मौजूद रहे थे।
अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाने में महाराजा हरि सिंह जी के योगदान को नमन करते हुए उनकी जयंती पर राजकीय अवकाश घोषित किया है। उन्होंने आगे लिखा कि जम्मू में डोगरा समाज के प्रतिनिधियों ने भेंट कर इस निर्णय पर मोदी जी का हृदय से धन्यवाद किया।“
आपको बता दें, पिछले हफ्ते जम्मू-कश्मीर में दो बड़े आतंकी हमले हो चुके हैं जिसको देखते हुए जनसभा से पहले सुरक्षा के बहुस्तरीय इंतजाम किए गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों के संयुक्त दलों ने चेचरा जंगल, सीरन और दस्सल जट्टान में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया हैं और किसी भी प्रकार के संदिग्ध गतिविधि के मद्देनजर इलाके की गहन जांच भी की गर्इ हैं।