एनडीए में अभी तक बिहार के दलों को लेकर सीटों के तालमेल की कदमताल चल ही रही थी कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उपेंद्र कुशवाहा के दोनों विधायकों को तोड़ लेने की तैयारी कर ली है। पिछले कल ही कुशवाहा महासंघ के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज और उससे पहले कुशवाहा को लेकर नीतीश की टिप्पणी ने दोनों के बीच कटुता पैदा कर दी थी।
उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी के दो ही विधायक हैं और इनकी रविवार को जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर से मुलाकात हुई है। कहा जा रहा है कि इस बैठक में आरएलएसपी के दोनों विधायकों ललन पासवान और सुधांशु शेखर ने नीतीश की पार्टी में शामिल होने को हामी भर दी है। गुस्साए कुशवाहा ने आरोप लगाया है कि ऐसा नीतीश कुमार की सहमती से हुआ हो सकता है।
माना जाता है कि आरएलएसपी के एक विधायक ललन पासवान पहले भी कुशवाहा से कुछ मुद्दों पर मतभेद रखते रहे हैं और एक बार वे कुशवाहा से दूर चले गए थे। चूंकि बिहार विधानसभा में उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी के यही दो विधायक हैं, उनके जेडीयू में जाने से कुशवाहा के हाथ खाली हो जायेंगे। सम्भावना जताई जा रही है कि लोक सभा चुनाव के लिए अब कुशवाहा को भाजपा या एनडीए के साथ बने रहना मुश्किल होगा।
कुशवाहा ने विधायकों के टूटने की ख़बरों के बीच आरोप लगाया है कि नीतीश ने उन्हें लालच देकर उनसे तोड़ने की साजिश रची है। अब यह देखना दिलचस्प होगा की कुशवाहा क्या फैसला लेते हैं।