हिमाचल के कुल्लू जिले में भारी बारिश के बाद ब्यास नदी में आई बाढ़ में कुल्लू-मनाली नैशनल हाईवे पर कटराईं के नजदीक डोभी विहाल में एक कालोनी में दो दर्जन लोग अपने घरों में फंस गए हैं। भारी बारिश के चलते ब्यास नदी उफान पर है, जिसके कारण इस कॉलोनी के दोनों तरफ से पानी बह रहा है। टापू बनी इस कालोनी में ये लोग फंसे हुए हैं। उधर सरकार ने भारी बारिश को देखते हुए कई जगह स्कूल सोमवार को बंद रखने का फैसला किया है।
प्रशासन और रेस्क्यू दल मौके पर पहुंच गए हैं, लेकिन ब्यास के रौद्र रूप को देखते हुए प्रशासन के इंतजाम कम हैं। वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर और कुल्लू की डीसी यूनुस ने सरकार से हेलीकॉप्टर के जरिए उन्हें रेस्क्यू करने की मांग की है। बताया जा रहा है कि हेलीकॉप्टर का भी प्रबंध कर लिया है लेकिन मौसम खराब होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू नहीं हो पा रहा है।
जहां ये लोग फंसे हैं वहां पैराग्लाइडिंग की लैंडिंग साइट है। जिस के कारण यहां पर्यटन व्यवसाय से जुडे़ हुए लोग रहते हैं। परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने बताया कि सरकार को स्थिति से अवगत करवा दिया है और सरकार की ओर से हेलीकॉप्टर की व्यवस्था भी की जा चुकी हैं, लेकिन मौसम साफ होने पर ही हेलीकॉप्टर उड़ान भर पाएगा।
उन्होंने बताया कि रेस्क्यू दल भू.मार्ग से भी लोगों को निकालने की संभावनाएं देख रहा है, लेकिन बताया जा रहा है कि क्षेत्र में स्थिति नाजुक बनी हुई है। ब्यास के रौद्र रूप को देखते हुए मनाली की तरफ आने-जाने वाले ट्रैफिक को रोक दिया गया है। ब्यास इस वक्त किनारे तोड़कर सड़क तक पहुंच गई है। इसलिए जिला प्रशासन ने किसी भी खतरे से बचने के लिए मंडी से कुल्लू के बीच पंडोह और औट में ट्रैफिक को रोक दिया है। यह कदम इसलिए उठाना पड़ा है क्योंकि ब्यास का जलस्तर सड़क किनारे लगे बैरिकेट को तोड़कर बराबरी पर चलने लगा है। प्रशासन वैकल्पिक व्यवस्था करने पर विचार कर रहा है।
बता दें कि मनाली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर दवाड़ा के पास जो सड़क है वह बिल्कुल ब्यास नदी के साथ है। यहां अक्सर जलस्तर बढ़ने से पानी हाईवे पर आ जाता है। हाल ही में बरसात के मौसम में भी यहां कई बार पानी आने के कारण ट्रैफिक रोकना पड़ा था और आज एक बार फिर से यह निर्णय लेना पड़ा है। एसडीएम सदर डा. मदन कुमार ने बताया कि जलस्तर के थोड़ा कम होने का इंतजार किया जा रहा है। यदि थोड़ी देर में जलस्तर कम नहीं हुआ तो फिर ट्रैफिक को दूसरे मार्गों पर डायवर्ट किया जाएगा।
इस बीच भारी बरसात के चलते प्रदेश के कई जिलों में प्रशासन की ओर से शैक्षणिक संस्थान बंद रखने का निर्णय किया है। चंबा, कुल्लू और किन्नौर में सोमवार को सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रहेंगे। डीसी कुल्लू यूनूस के मुताबिक बरसात को ध्यान में रखते हुए सोमवार को सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रखने का निर्णय किया है।