इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) पाकिस्तान की जेल में कैद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के मामले में बुधवार (आज) फैसला सुनाएगा। यह फैसला भारतीय समय के अनुसार शाम ६.३० बजे आएगा। देश भर में जाधव के लिए दुआ की जा रही है।
भारत ने बार-बार यह मसला उठाया है कि पाकिस्तान ने जाधव को अभी तक कांसुलर एक्सेस नहीं दी है। इसी आधार पर भारत ने २०१७ में अंतरराष्ट्रीय कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। पाकिस्तान की अदालत ने जाधव को मृत्युदंड दिया है जिसे भारत ने चुनौती दी है। भारत का कहना है कि जाधव जासूस नहीं हैं।
गौरतलब है कि जाधव एक रिटायर्ड भारतीय नौसेना अधिकारी हैं। उन्हें पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने जासूसी और आतंकवाद के आरोप में अप्रैल २०१७ में मौत की सजा सुनाई थी।
आईसीजे से आज आने वाले फैसले पर भारत ही नहीं पाकिस्तान की भी निगाह है। जाधव के हक़ में फैसला आया तो यह भारत की बड़ी जीत होगी। वैसे कई जानकार कहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय कोर्ट का फैसला मानने के लिए कोई देश बाधित नहीं है। हालांकि जाधव के हक़ में फैसला आने पर भारत अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के जरिये दवाब बनाकर पाकिस्तान को इसे मानने के लिए बाध्य कर सकता है। इसी साल जनवरी में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा था कि फैसला यदि भारत के पक्ष में आता है तो वह उसको मानने के लिए बाधित हैं।