मशहूर संगीतकार नदीम श्रवण के जोड़ीदार श्रवण राठौड़ कोरोना संक्रमण के चलते वीरवार को इस फानी दुनिया को अलविदा कह गए। उनके निधन के बाद श्रवण के बेटे संजीव ने शुक्रवार को चौंकाने वाला खुलासा किया। संजीव ने बताया कि पिता कोरोना पॉजिटव होने से पहले हरिद्वार में चल रहे कुंभ के मेले में गए थे। उनके साथ मां भी गई थीं। वहां से लौटने के बाद ही वे संक्रमित पाए गए। पिछले हफ्ते कोविड के कुछ लक्षण दिखने के बाद पापा को अस्पताल में एडमिट कराया गया था। जिसके बाद उनकी हालत और बिगड़ती चली गई।
श्रवण राठौड़ के बेटे संजीव ने कहा, कुंभ मेले से लौटने के बाद पापा में कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखे। उनको सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी। हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारे परिवार को इतना कुछ झेलना पड़ेगा। मेरे पिता चले गए और मां कोरोना पॉजिटिव हैं, मेरा भाई भी संक्रिमित है।
श्रवण का कोरोना का इलाज करने वाले डॉक्टरों ने मीडिया को बताया कि वो कई दूसरी बीमारियों से भी पीड़ित थे जिसके बाद उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता बनी हुई थी। श्रवण की बीमारियों की इन्हीं गंभीर परिस्थितियों की वजह से उनके कोरोना के इलाज में दिक्कत आ रही थी। श्रवण राठौड़ ने नदीम के जाने के बाद खुद को एक तरह से संगीत की दुनिया से अलग कर लिया था। फिल्म आशिकी में दिए संगीत के जरिये पहचान मिली, जिसके बाद तो उस जोड़ी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। 90 के दशक में उनके संगीत की बॉलीवुड में गजब की धूम रही। आज के दौर में गीत-संगीत के लिए 90 के दशक को स्वर्णिम युग कहें तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी।