कृषि कानून के विरोध में चल रहे आंदोलन के समर्थन में अब किसानों के साथ, दिल्ली के सब्जी व्यापारी और सब्जी विक्रेता साथ देगें। दिल्ली के तामाम सब्जी विक्रेताओं ने तहलका संवाददाता को बताया कि देश में कोरोना काल के चलते आर्थिक मंदी है। काम धंधे कमजोर हो रहे है। देश का किसान आज अपने ही अधिकारों के लिये संघर्ष कर रहा है। 7 महीनें होने वाले है। किसानों की मांगों को लेकर सरकार ने कोई पहल नहीं की है।
जिससे देश का किसान नाराज है। सब्जी विक्रेता ओमप्रकाश ने बताया कि वे किसान के बेटा है। देश के लिये अन्न पैदा करते है। रात –दिन मेहनत करते है। वहीं सब्जी के विक्रेता ने बताया कि देश की तामाम नामचीन संस्थानों को सरकार निजी हाथों में सौंप रही है। अब सरकार की नजर किसानों की जमीन पर है। जो देश के पूंजी पतियों को देना चाहती है। लेकिन देश का किसान हरगिज ऐसा नहीं होने देंगा। सब्जी विक्रेताओं ने बताया कि वे उस राजनीतिक दल के साथ है जो किसानों के हित में सोचेगा और कृषि कानून के विरोध में होगा। उन्होंने बताया कि अगले महीने से दिल्ली के सब्जी व्यापारियों के साथ बैठक कर आगे सरकार के विरोध में रूपरेखा तैयार कर आंदोलन में शामिल होने की घोषणा की जायेगी।