कोई भी आंदोलन हो या विरोध–प्रदर्शन, राजनीति से प्रेरित होता है। जैसा कि आजकल किसान आंदोलन को लेकर सियासत हो रही है और दिल्ली आने को किसान लगातार प्रयासरत है। अगर कोई भी कहे कि आप पार्टी और कांग्रेस की मिली भगत से ये आंदोलन हो रहा है, तो कोई अनहोनी बात नहीं है। क्योंकि केन्द्र में बैठी भाजपा सरकार के विरोध में कांग्रेस और आप पार्टी कोई भी ऐसा मौका नहीं छोड़ना चाहती है जिससे भाजपा को लाभ हो।
तहलका संवाददाता को किसानों ने बताया कि सरकार की मनमानी और किसान विरोधी कानून के विरोध में अब किसान आर –पार की लड़ाई के मूड़ में है। किसान नेता जगत नारायण ने बताया कि पंजाब से किसानों के साथ जो भाजपा की हरियाणा सरकार ने व्यवहार किया है वो किसी भी सूरत में बर्दास्त योग्य नहीं है। उनका कहना कि आप पार्टी और कांग्रेस ने हमारा समर्थन किया है या नहीं पर विरोध तो नहीं किया है। जगत नारायण का कहना है कि केन्द्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों को लेकर जैसे मनमानी की जा रही है उसको लेकर किसान अब उग्र से उग्र आंदोलन को तैयार है। किसानों के अधिकारों को लेकर जो राजनीतिक दल हमारे साथ है, आगामी चुनावों में किसान उसी के साथ है। जब तक किसानों की मांगों को नहीं मान लिया जाता है तब तक किसान किसी भी हद तक जाने को तैयार है। किसान जंतर-मंतर में प्रदर्शन करके ही रहेगे।