लाठीचार्ज के बाद सरकार की तरफ से किसानों की मांगों पर सहमति की खबर है। रिपोर्ट्स के मुताबिक भाकियू प्रमुख नरेश टिकैत से राजनाथ सिंह ने फोन पर बात की है। इससे पहले प्रदर्शन कर रहे किसानों पर पुलिस ने पानी की बौछारें की और आंसू गैस के गोले भी छोड़े। किसानों का आरोप है कि उन पर पुलिस ने लाठियां बरसाईं जिसमें किसान घायल हो गए।
आज सुबह से ही भारतीय किसान यूनियन के महामार्च को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने यूपी गेट पर नाकाबंदी कर ली थी। इस दौरान पुलिस के लाठीचार्ज का किसानों द्वारा कड़ा विरोध किया है। किसान यूनियन ने पुलिस की कार्रवाई को जालियांवाला बाग कांड से तुलना करते हुए कहा है कि पुलिस ने भूखे किसानों पर लाठियां भांजकर जनरल डायर की याद ताजा कर दी।
इस दौरान गाजियाबाद बॉर्डर पर पुलिस ने किसानों की रैली को रोका। किसानों के मार्च को देखते हुए गाजीपुर बॉर्डर के आसपास के इलाके में धारा १४४ लागू की गई। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किसानों के खिलाफ पुलिस के बल प्रयोग की निंदा करते हुए किसानों को दिल्ली में घुसने की अनुमति देने का आग्रह किया।
सुबह हुए लाठीचार्ज में करीब दो दर्जन किसान घायल हो गए थे। उन्हें इलाज के लिए गाजियाबाद के एमएमजी अस्पताल में भर्ती किया गया है। कांग्रेस ने भी किसानों के दिल्ली प्रवेश को रोकने की निंदा की है।