किसानों और सरकार के बीच 9वें दौर की बातचीत भी बेनतीजा रही है। शुक्रवार की इस बैठक में दोनों पक्ष अपने मुद्दों पर अड़े रहे। दोनों के बीच एक और बैठक 19 जनवरी को होगी।
आज की बैठक में कोई नतीजा नहीं निकला। बैठक के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि ‘हमने सरकार को यह बताया है कि हमारी सबसे बड़ी मांग तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की है। कानून वापस लेने पड़ेंगे और एमएसपी पर कानून लाना पड़ेगा।’ टिकैत ने कहा अगली बैठक 19 जनवरी को होगी और उससे पहले हम साझी बैठक करेंगे।
दिल्ली के विज्ञान भवन में यह बैठक दोपहर 2 बजे शुरू हुई। सुप्रीम कोर्ट के किसान आंदोलन को लेकर दायर याचिका पर 12 जनवरी के फैसले के बाद दोनों के बीच यह पहली बैठक थी। किसानों ने साफ़ किया है कि तीनों कृषि कानूनों को खत्म करने और एमएसपी को कानूनी बनाने से कम वो किसी बात पर समझौता नहीं करेंगे।
उधर किसानों का केंद्र के कृषि कानूनों को लेकर आंदोलन का आज 51वां दिन है। आज की बैठक को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा था जो किसानों और सरकार के बीच 9वें दौर की बैठक थी। कृषि कानूनों पर सुप्रीम कोर्ट की अस्थाई रोक के आदेश के बाद यह दोनों के बीच पहली बैठक थी।
बैठक से पहले केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा था कि भारत सरकार उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत करती है और उच्चतम न्यायालय की बनाई समिति जब सरकार को बुलाएगी तो हम अपना पक्ष समिति के सामने रखेंगे। आज वार्ता की तारीख़ तय थी इसलिए किसानों के साथ हमारी वार्ता जारी है।