किसान आंदोलन पर कांग्रेस खुलकर समर्थन में आ चुकी है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में खासतौर से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मुद्दे पर पुरजोर तरीके से उठाकर केंद्र सरकार को घेरने में लगी हुई हैं। रविवार को यूपी कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी ने चैथी बार पश्चिमी यूपी में किसान पंचायत को संबोधित किया।उन्होंने मंच से भाजपा को आड़े हाथ लिया। प्रियंका ने कहा कि वर्तमान में भाजपा की हुकूमत अंग्रेजों की तरह किसानों का शोषण कर रही है।
मेरठ के सरधना विधानसभा के कैली गांव में आयोजित किसान महापंचायत में प्रियंका गांधी हिस्सा लेने पहुंचीं। प्रियंका गांधी ट्रैक्टर में सवार होकर मंचस्थल तक पहुंची और क्षेत्र की जनता का अभिवादन किया। उन्होंने कहा कि यह मेरठ की धरती है। यहीं से स्वतंत्रता संग्राम का पहला विद्रोह शुरू हुआ। उस आजादी की लड़ाई में किसान शामिल रहे। हजारों किसान आंदोलन में जुटे। बहुत लोग शहीद हुए। तब अंग्रेजी साम्राज्य किसानों को परेशान कर रहा था। अब भाजपा की सरकार भी किसानों का शोषण कर रही है। ऐसे कानून हैं जिससे आपकी कमाई ठीक से नही मिल पाएगी। ये कृषि कानून बड़े उद्योगपतियों को लाभ देगा। तीनों कृषि कानून में खरबपति और दूसरी तरफ आप, तो आपको क्या लाभ मिलेगा?
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि इन काले कानूनों को बनाने से पहले किसी किसान से राय तक नहीं ली गई। 100 दिन से अधिक बीत जाने के बावजूद किसान दिल्ली बॉर्डर पर क्यों बैठे हैं, अगर कानून आप लोगो के लिए बने हैं। किसानों ने इस देश को आजादी दिलाई। किसान में हिम्मत और आत्मशक्ति की कमी नहीं है। अगर किसान बॉर्डर पर बैठा है, तो क्या प्रधानमंत्री को उसका आदर नही करना चाहिए। लेकिन वहां पर अन्नदाताओं का पानी काटा गया, बिजली काटी गई। यहां तक कि कीलें भी बिछा दी गईं। भाजपा सरकार बड़े-बड़े उद्योगपतियों के लिए चल रही है। उनके केवल दो ही मित्र हैं। बिजली के दाम बढ़ गए, पेट्रोल-डीजल का दाम बढ़ गया। हर तरफ से आप पर वार है। इस स्थिति को बदलने के लिए आप लोगों को आगे आना ही होगा।
गन्ना क्षेत्र के किसानों को संबोधित करते हुए प्रियंका ने कहा कि उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों का बकाया 10 हजार करोड़ है। मोदीजी ने दो हवाई जहाज खरीदे हैं। ये 16 हजार करोड़ में हवाई जहाज खरीदे हैं। पूरे देश का किसानों का बकाया 15 हजार करोड़ है। संसद के सौंदर्यीकरण के लिए 20 हजार करोड़ रखे हैं। जबकि आप किसानों के बीमे से 26 हजार करोड़ रुपये उनके दोस्तों की जेब में गए। तो यह सरकार आम आदमी का भला करने से रही, ये बात समझनी होगी और इनके खिलाफ खड़ा होना होगा।