किसानों और सरकार के बीच 11 दौर तक चली बातचीत नाकाम हो गयी है। दोनों किसी समझौते पर नहीं पहुँच पाए हैं। किसानों ने सरकार के दिए प्रस्तावों को ठुकरा दिया है। आज की बैठक में कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर आधे घंटे बाद पहुंचे जिससे किसान नेता नाराज हैं। यह साफ़ हो गया है कि दोनों के बीच बातचीत टूट गयी है।
आज की बैठक महज 18 मिनट ही चली। इसके बाद कृषि मंत्री बैठक से चले गए और आखिर तक नहीं लौटे। किसान उसके बाद बैठक से उठकर आ गए। सरकार ने फिलहाल अगली बैठक को लेकर कोई बात नहीं की है।
किसानों ने भी बैठक को लेकर कुछ नहीं कहा है जिससे यह संकेत मिलते हैं कि 11 दौर तक चली बातचीत टूट गयी है। किसान नेता राकेश टिकैत ने इस संवाददाता से बातचीत में स्वीकार किया कि आज की बैठक में मंत्री आधे घंटे बाद पहुंचे। उन्होंने, हालांकि इस सवाल पर कोई टिप्पणी नहीं की कि क्या कोई और बैठक होगी। हाँ, यह जरूर कहा सरकार और किसानों के बीच बातचीत से पहली बाली स्थिति बन गयी है।
आज के बैठक में सरकार ने कहा कि उसने कानूनों को एक साल टालने और इस दौरान किसी नतीजे पर पहुँचाने का जो ऑफर किसानों को दिया था, उससे ज्यादा वह कुछ नहीं कर सकती। इसके बाद किसानों ने कहा कि वह कानूनों को ख़त्म करने के काम कुछ नहीं मानेंगे। इंसान अब 26 जनवरी की ट्रैक्टर परेड की तैयारी में जुटने वाले हैं। उन्होंने साफ़ कर दिया है कि ट्रैक्टर परेड निकलकर रहेगी।