अब तक के इतिहास में दिल्ली में काेराेना वायरस काे लेकर जाे हङकंप मचा है इसकाे लेकर दिल्ली और केन्द्र सरकार के साथ साथ दिल्ली के डाक्टराें ने जाे तत्परता दिखाई उसकाे लेकर डाक्टराें की जितनी प्रशंसा की जाये कम है । क्याेंकि अक्सर भारत देश में काेई भी बीमारी फैलनें पर ही डाक्टराें काे जब सरकार से आदेश मिलता था तब जाकर कुछ करते थे । पर इस बार डाक्टराें ने चीन में हुई माैताें काे देखकर डाक्टराें ने मरीजाें का इलाज ही नहीं किया बल्कि उनकी मदद भी है। इसका सीधा उदाहरण दिल्ली के सरकारी और निजी अस्पतालाें में देखनें काे मिल रहा है।इस समय दिल्ली में मेडिकल स्टाेराें में मास्काें का टाेटा है । मास्काें की दिल्ली एनसीआर में जमकर दलाली चल रही है जाे गरीबाें के लिये काफी परेशानी का कारण बना हुआ है। सफदरजंग अस्पताल , लाेकनायक अस्पताल ओर दिल्ली नगर निगम के कई अस्पतालाें में आलम यें है कि यहां पर खुले आम मास्काें की दलाली में यहां के स्वास्थ्य कर्मचाऱी काेराेना जैसी खतरनाक बीमारी का भय दिखाकर एक मास्क की कीमत 18 से 20 रुपयें वसूलें में लगे है।
काेराेना के नाम पर मास्काें की दलाली
यहाँ पर इलाज कराने आयें मरीजाें ने बताया कि उनकाे काेराेना वायरस नहीं है । पर सावधानी के ताैर पर मास्काें काे लेने आये ताे यहाँ मास्काें के नाम पर कालाबाजारी का सामना करना पडा । तहलका संवाददाता काे इलाज कराने आये सुरेश ने बताया कि मास्काें की दलाली की शिकायत उन्हाेंने दिल्ली के सी एम और केन्द्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्री से की है।