लोक सभा चुनाव में साधारण बहुमत से ३१ सीटें अधिक और पिछली बार से २१ सीटें ज्यादा जीतकर दोबारा सत्ता में आने के बाद नरेंद्र मोदी सोमवार को वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे और पूजा अर्चना और अभिषेक किया। उनके साथ भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी हैं। इस समय मोदी मंदिर में पूजा अर्चना कर रहे हैं। वाराणसी मोदी का लोकसभा क्षेत्र भी है।
मोदी का प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण ३० मई को होना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। पुलिस लाइन्स के हेलीपैड पर भारतीय वायुसेना के हेलीकप्टर से उतरने के बाद उनका काफिला काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए रवाना हुआ। काशी में मोदी के दौरे के कारण सुरक्षा के लिए दस आईपीएस अधिकारी, २४ एएसपी, ४० डीएसपी, १८ थाना प्रभारी, २०० दरोगा, १८०० कॉन्स्टेबल, २० कंपनी सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स और पीएसी तैनात की गई हैं।
रास्ते में दोनों और उनके समर्थक खड़े थे और उनपर पुष्प वर्षा कर रहे थे। बताया गया है कि पीएम के दौरे के लिए खास तौर पर २० क्विंटल गुलाब पंखुड़ियों का इंतजाम किया गया था। बाबतपुर एयरपोर्ट से विश्वनाथ मंदिर तक सफाई के लिए दो शिफ्ट में कर्मचारियों को लगाया गया।
इससे पहले अलग-अलग राज्यों से आए कलाकार संस्कृति के रंग बिखेरते दिखे। मोदी बाबा विश्वनाथ और शहर कोतवाल काल भैरव का दर्शन पूजन करने के बाद दूसरी बार सांसद चुनने के लिए जनता और कार्यकर्ताओं का आभार जताएंगे। यह पहला अवसर है जब मोदी बतौर कार्यवाहक प्रधानमंत्री काशी में हैं।
उनके स्वागत के लिए भगवा रंग के गुब्बारों से सजावट की गई और फूलों की बारिश का इंतजाम किया गया। बाबतपुर एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद वह हेलिकॉप्टर से पुलिस लाइन के लिए निकल गए। पुलिस लाइन से विश्वनाथ मंदिर तक की सात किलोमीटर की दूरी मोदी ने बंद गाड़ी में तय की और वाहन के भीतर से ही हाथ हिलाकर जनता का अभिवादन स्वीकार किया।
पूरा रास्ता, चौराहे, नुक्कड़ मार्ग और भवन झंडे-बैनरों और भगवा रंग के गुब्बारे से सजाए गए। भाजपा नेताओं ने मोदी के आने पर पूरी काशी को भगवामय कर दिया।
मोदी काशी में करीब तीन घंटे काशी प्रवास के बाद दिल्ली लौट जाएंगे जहाँ उनका व्यस्त कार्यक्रम है।