पश्चिम बंगाल भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष और बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी अपनी ही सरकारों की कानून व्यस्था पर सवाल उठाकर घिर गए हैं। इनके बयानों और ट्वीट से उनकी अपनी ही पार्टी में किरकिरी हो रही है।
पिछले दिनों बंगाल में एक भाजपा नेता की हत्या मामलर को लेकर दिलीप घोष ने ममता सरकार पर निशाना साधा। घोष ने कहा कि बंगाल धीरे-धीरे उत्तर प्रदेश और बिहार की तरह माफिया राज के हाथ में जा रहा है।
दिलीप घोष शायद ये भूल गए कि ये जिन राज्यों का नाम लेकर वो ममता बनर्जी सरकार पर हमला बोल रहे हैं वहां भाजपा या सहयोगी की सरकारें हैं। दिलीप घोष के बयान के बहाने अब विरोधी दलों को मौका मिल गया है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने ट्वीट किया कि दिलीप घोष को ट्रोल मत कीजिए वो एक ईमानदार नेता हैं, जिन्होंने स्वीकारा है कि उनकी पार्टी के शासन वाले यूपी और बिहार की कानून व्यवस्था ठीक नहीं है। बिहार के नेता पप्पू यादव ने भी ट्वीट किया- उत्तर प्रदेश और बिहार में माफियाराज है। यह मैंने नहीं, पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है। मुझे बस इतना जानना है कि इन माफियाओं का सरगना कौन है? नरेंद्र मोदी, नीतीश कुमार या ढोंगी आदित्यनाथ!
वहीं, बिहार के वरिष्ठ भाजपा नेता और बिहार सरकार में उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर बयान देकर घिर गए हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि राहुलजी आप हाथरस की पीड़िता से तो मिलने जाते हैं और यूपी सरकार को घेर रहे हैं, पर बिहार के पूर्णिया में नेता की हत्या पर चुप हैं।