उत्तर प्रदेश में क़ानून व्यवस्था को धता बताते हुए शुक्रवार को एक बड़ी घटना में ८ पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी गयी। यह घटना कानपुर की है, जहाँ एक कुख्यात हिस्ट्रीशीटर के घर दबिश देने गई पुलिस की टीम पर गुंडों ने अंधाधुंध गोलीबारी कर दी जिसमें इन लोगों की मौत हो गयी। अभी तक की ख़बरों के मुताबिक बाद में २ बदमाशों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिरिराय है।
जानकारी के मुताबिक २००३ में एक राजनेता संतोष शुक्ला की हत्या में आरोपी कुख्यात अपराधी विकास दुबे के घर गुरुवार देर रात दबिश देने गई पुलिस पर हमला कर दिया गया जिसमें ८ पुलिसवालों की मौत हो गयी। बदमाशों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग की जिसमें शिवराजपुर एसओ महेश यादव, सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत ८ पुलिसकर्मी शहीद हो गए।
रिपोर्ट्स के मुताबिक चार पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हटना की जानकारी मिलते ही एसएसपी, तीन एसपी और एक दर्जन से अधिक थानों से फोर्स मौके पर पहुँची।
जानकारी के मुताबिक यह घटना देर रात १२.३० बजे की है। चौबेपुर थानाक्षेत्र के बिकरू गांव निवासी विकास दुबे के घर पर पुलिस टीम दबिश देने गई थी। बिठूर और चौबेपुर पुलिस ने छापेमारी करके विकास के घर को चारों तरफ से घेर लिया। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर बदमाशों को पकड़ने का प्रयास कर ही रही थी कि विकास के साथ मौके पर मौजूद ८-१० बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। पुलिसकर्मी जब तक कुछ समझ पाते गोली मेरी जांघ और हाथ पर लग गई। इसके बाद अपराधी मौके से भाग निकले।