पिछले दिनों की उठापटक के बाद कांग्रेस में बड़े पैमाने पर फेरबदल किया गया है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नई कांग्रेस वर्किंग कमेटी बनाई है और महासचिवों के पद पर भी नई नियुक्तियां की हैं। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी दोनों को नई सीडब्ल्यूसी में जगह दी गयी है। राहुल गांधी के समर्थकों को कई समितियों में जगह मिली है, जिससे संकेत मिलता है कि पार्टी में राहुल को काफी महत्व दिया गया है। प्रियंका गांधी को यूपी का पूरा प्रभारी बना दिया गया है।
नई सीडब्ल्यूसी में 22 सदस्य बनाए गए हैं जबकि नई एआईसीसी में 26 सदस्य और 10 विशेष आमंत्रित सदस्य बनाए गए हैं, जिनमें दिग्विजय सिंह भी शामिल हैं। गुलाम नबी आजाद, मोतीलाल वोरा, अंबिका सोनी, मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे नेताओं को महासचिव पद से हटा दिया गया है हालांकि आज़ाद सीडब्ल्यूसी में शामिल किये गए हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संगठन चलाने और संचालन में अपनी मदद के लिए जिस विशेष समिति का गठन किया उसमें एके एंटनी, अहमद पटेल और अंबिका सोनी शामिल हैं। संगठन से जुड़े मामलों में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की मदद के लिए विशेष समिति में केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला भी शामिल होंगे। एक अन्य महत्वपूर्ण फैसले के तहत गुलाम नबी आजाद, अंबिका सोनी, मोतीलाल वोरा, मल्लिकार्जुन खड़गे को महासचिव पद से हटा दिया गया है।
हरीश रावत को पंजाब कांग्रेस का प्रभारी महासचिव बनाया गया है जबकि मुकुल वासनिक को मध्य प्रदेश, राजीव शुक्ला को हिमाचल प्रदेश, जितिन प्रसाद को पश्चिम बंगाल और अंडमान निकोबार का प्रभारी नियुक्त किया गया है।
इनके आलावा कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला को कर्नाटक की ज़िम्मेदारी दी गई है जबकि विवेक बंसल को हरियाणा का प्रभारी बनाया गया है। कांग्रेस ने सोनिया गांधी के सहयोग के लिए 6 सदस्य कमेटी बनाई है जो कांग्रेस अध्यक्ष को संगठन और ऑपरेशनल मामलों में सहयोग करेगी।
कमेटी में संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, अहमद पटेल, अंबिका सोनी, एके एंटोनी, मुकुल वासनिक और रणदीप सुरजेवाला को सदस्य होंगे। यह कमेटी कांग्रेस की अगले महाअधिवेशन तक कार्य करेगी। उसी में नया अध्यक्ष चुना जाएगा।
कांग्रेस के इस फेरबदल में हाल में चिट्ठी लिखने वाले 23 नेताओं का कद काम कर दिया गया है। गुलाम नबी आजाद को भले सीडब्ल्यूसी में जगह मिली है, उन्हें हरियाणा प्रभारी महासचिव पद से हटा दिया गया है।
सोनिया गांधी के लिए बनाई गई सलाहकार समिति में भी आजाद को शामिल नहीं किया गया है। आजाद की तरह आनंद शर्मा भी सिर्फ वर्किंग कमेटी के सदस्य रहेंगे। फेरबदल में कपिल सिब्बल का कद भी घट गया है।
हिमाचल से विधायक आशा कुमारी को पंजाब के प्रभारी पद से हटा लिया गया है। हरीश रावत अब पंजाब कांग्रेस के प्रभारी महासचिव होंगे। पार्टी में रणदीप सिंह सुरजेवाला का कद बढ़ा है। वह महासचिव तो रहेंगे ही, सोनिया गांधी की सलाहकार टीम में भी जगह पा गए हैं।
कांग्रेस कार्यसमिति में राहुल गांधी का कद अब भी ऊपर है। सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह के बाद उनका तीसरा स्थान है। राहुल गांधी के भरोसेमंद मधुसूदन मिस्त्री के अलावा अरविंदर सिंह लवली का भी कद बढ़ा है। मधुसूदन मिस्त्री को केंद्रीय चुनाव समिति का अध्यक्ष बनाया गया है।
संसद सत्र से पहले इस बड़े फेरबदल के बड़े मायने हैं। केसी वेणुगोपाल को संगठन की जिम्मेदारी दी गई है। प्रियंका गांधी को यूपी का पूरा प्रभारी बना दिया गया है।
कांग्रेस महासचिवों में मुकुल वासनिक को मध्य प्रदेश की, हरीश रावत को पंजाब की, ओमान चांडी को आंध्र प्रदेश की, तारीक अनवर को केरल और लक्षद्वीप की, जितेंद्र सिंह को असम की, अजय माकन को राजस्थान की जिम्मेदारी दी गई है।
नए सीडब्ल्यूसी सदस्य के तौर पर दिग्विजय सिंह, राजीव शुक्ला, मनिकम टैगोर, प्रमोद तिवारी, जयराम रमेश, एचके पाटिल, सलमान खुर्शीद, चंडीगढ़ के पवन बंसल, दिनेश कुंदुरो, मनीष चतरथ और कुलजीत नागरा को शामिल किया गया है। अब कांग्रेस के सचिव प्रभारी प्रशासन पवन कुमार बंसल होंगे। राहुल के खास मनकीम टैगोर को तेलंगाना जबकि जितिन प्रसाद को पश्चिम बंगाल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह का प्रभारी बनाया है। वैसे जितिन भी विवादास्पद चिट्ठी पर हस्ताक्षर करने वालों में शामिल थे। हिमाचल की नेता आशा कुमारी की पंजाब से छुट्टी कर दी गई है। हरीश रावत अब पंजाब कांग्रेस के प्रभारी महासचिव का पद संभालेंगे।