कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल के 9 साल पूरे होने पर तीखा हमला किया और महंगाई, चीन सीमा विवाद सहित अन्य मुद्दों पर उनकी चुप्पी पर सवाल उठाते हुए 9 साल की एक रिपोर्ट कार्ड जारी की हैं। और मांग की है कि अब तो चुप्पी तोड़िए प्रधानमंत्री जी।
दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने पीएम मोदी के 9 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में “9 साल, 9 सवाल” नाम की एक रिपोर्टकार्ड जारी की हैं।
कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने कहा कि, “आज ही के दिन नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने और आज 9 साल बाद कांग्रेस उनसे 9 सवाल पूछ रही है। ये सवाल राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के समय उठाए थे लेकिन पीएम ने जवाब नहीं दिया। हम चाहते है कि इन सवालों पर पीएम अपनी चुप्पी तोड़े।”
राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने आगे कहा कि, “ये 9 सवाल अर्थव्यवस्था, कृषि और किसान, भ्रष्टाचार/मित्रवाद, चीन और राष्ट्रीय सुरक्षा, सामाजिक सद्भाव, सामाजिक न्याय, लोकतांत्रिक, संस्थाएं, जनकल्याण की योजनाएं और कोरोना मिस मैनेजमेंट पर है।”
जयराम रमेश ने कहा कि, हम सब जानते हैं कि लोग महंगाई, जीएसटी के गलत क्रियान्वन, पहली और दूसरी नोटबंदी से आहत हैं, इसलिए हम पीएम से पूछना चाहते है ऐसा क्यूं हैं कि मेहंगाई और बेरोजगारी बढ़ रही हैं और क्यों अमीर और अमीर व गरीब और गरीब होता जा रहा है।”
किसानो और कृषि के मुद्दे पर प्रकाश डालते हुए रमेश ने कहा कि, ऐसा क्यों हैं कि पिछले 9 वर्षों में किसान की आय दोगुनी नहीं हुई है और तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के दौरान भी एमएसपी लागू करने का वादा जो किया गया था, उसे पूरा नहीं किया गया है।”
रमेश ने भ्रष्टाचार और भाई भतीजावाद के मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, आप अपने दोस्त अडानी को लाभ पहुंचाने के लिए एलआईसी और एसबीआर्इ में लोगों की गाढ़ी कमाई को जोखिम में क्यों डाल रहे हैं? आप चोरों को भागने क्यों दे रहे हैं? आप बड़े पैमाने पर चुप क्यों है? भाजपा शासित राज्यो में भ्रष्टाचार, और आप भारतीयों को पीड़ित क्यों होने दे रहे हैं?”
कांग्रेस नेता ने चीन के साथ सीमा विवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, “ऐसा क्यों है कि 2020 में चीन को आपकी क्लीन चिट के बाद भी, वे भारतीय क्षेत्र पर कब्जा करना जारी रखे हुए हैं? चीन के साथ 18 बैठकें हो चुकी हैं, फिर भी वे भारतीय क्षेत्र को छोड़ने को इनकार करते हैं और इसके बजाय अपनी आक्रामक रणनीति जारी रखते हैं क्यों?”
रमेश ने सामाजिक सद्भाव में व्यवधान को लेकर भी सरकार को आड़े हाथों लिया और पूछा कि, “आप जानबूझ कर चुनावी लाभ के लिए नफ़रत की राजनीति का इस्तेमाल क्यों कर रहे हैं और समाज में भय का माहौल पैदा कर रहे हैं?”
सरकार पर छठा वार करते हुए उन्होंने कहा कि, ऐसा क्यों हैं कि आपकी दमनकारी सरकार विधिपूर्वक सामाजिक न्याय की नींव को नष्ट कर रही हैं?”
कांग्रेस नेता ने कहा कि, “आप महिलाओं, दलितों, एससी, एसटी, ओबीसी, और अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार पर चुप क्यों हैं? आप कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों की मांग के बावजूद जातिगत जनगणना की मांग की अनदेखी क्यों कर रहे हैं?”
लोकतंत्र और संघवाद के मुद्दे पर रमेश ने सरकार से सवाल किया कि, सरकार ने पिछले 9 सालों में संवैधानिक मूल्यों और लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमज़ोर क्यों किया? आप विपक्षी दलों और नेताओं के खिलाफ बदले की राजनीति क्यों कर रहे हैं? और आप लोगों द्वारा चुनी गई सरकारों को अस्थिर करने के लिए खुले धन बल का उपयोग क्यों कर रहे हैं?”
रमेश ने आगे कहा कि, “सभी संस्थाओं का अवमूल्यन किया गया है, सभी जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया गया है, और न्याय पालिका से लगातार टकराव की कोशिश की जा रही है।”
कांग्रेस नेता ने कल्याणकारी योजनाओं के बजट में कटौती पर भी सवाल उठाया और कहा कि, “ऐसा क्यों हैं कि गरीबों, जरूरतमंदों, और आदिवासियों के कल्याण की योजनाओं को उनके बजट में कटौती और प्रतिबंधात्मक नियम बनाकर कमजोर किया जा रहा हैं?”
कोविड महामारी को लेकर भी रमेश ने सरकार को घेरते हुए कहा कि, “ऐसा क्यों हैं कि 40 से अधिक लोगों की दुखद मौत के बाबजूद covid-19 के कारण लाखों लोगों के परिवार को मुआवजा देने से इनकार कर दिया है? इन्होंने अचानक लॉकडाउन क्यों लगा दिया, व उन्हें कोई भी सहायता नहीं दी गई है।”
आपको बता दें, कांग्रेस पार्टी 27 मई से देश के 35 शहरों में भाजपा की 9 सालों की विफलताओं को उजागर करने के लिए “9 साल, 9 सवाल” को लेकर प्रेसवार्ता करेगी। इस प्रेसवार्ता में पार्टी के वरिष्ठ नेता, कार्यकर्ता व सांसद भी मौजूद रहेंगे। पार्टी अलग-अलग शहरों में जाकर इस रिपोर्ट कार्ड का विमोचन करेगी।