कर्नाटक में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की सरकार ने अपनी तीसरी गारंटी ‘‘गृहलक्ष्मी’’ स्कीम की शुरुआत बुधवार की शाम 5 बजे से कर्नाटक की विधानसभा से की हैं। स्कीम के तहत हर महीने कर्नाटक सरकार 1.35 करोड़ घर की महिला मुखिया के खाते में 2,000 रूपए डालेगी। कांग्रेस ने दावा किया है की ये स्कीम दुनिया की सबसे बड़ी महिला डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर (DBT) स्कीम’ स्कीम हैं।
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस अपनी बाकी बची दो गारंटीयो को इसी महीने कर्णाटका में लागू कर सकती है।
एक सवाल के जवाब में रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि, “अन्य राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में ‘गृहलक्ष्मी’ स्कीम की घोषणा उन राज्यों की महिलाओं के लिए कांग्रेस अन्य राज्यों में करेगी या नहीं इसका फैसला पार्टी के वरिष्ठ नेता करेंगे।”
दिल्ली स्तिथ कांग्रेस पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कांग्रेस सांसद और महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि, “यह देश व दुनिया की सबसे बड़ी DBT स्कीम’ है। कर्नाटक चुनाव से कॉन्ग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे व राहुल गांधी ने महंगाई से लड़ने के लिए महिलाओं को ताकत देने का आह्वान किया था। और तत्कालीन विपक्ष के नेता व मौजूदा मुख्यमंत्री श्री सिद्धारमैया, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष व उपमुख्यमंत्री, श्री डी के शिवकुमार तथा कांग्रेस के एक-एक नेता व कार्यकर्ता ने इसे एक मिशन के तौर पर लिया।”
सुरजेवाला ने आगे कहा कि, “चुनाव के दौरान हमारी महिलाओं से व्यापक चर्चा हुई थी। साफ तौर से सामने आया कि कर्नाटक व देश की महिलाएं ‘‘भाजपा निर्मित महंगाई’’ से पीड़ित हैं। खाने पीने की चीज़ों पर छूट देने की बजाए सरकार ने दूध, दही, पनीर, बिस्कुट व हर वस्तु पर जीएसटी लगाकर कीमतों में और आग लगा दी है। और इस यथास्थिति को देखते हुए निर्णय हुआ कि गृहलक्ष्मी स्कीम से हर माह हर घर की महिला मुखिया के खाते में कांग्रेस की सरकार ₹2,000 देगी।”
उन्होंने आगे कहा कि, “कर्नाटका सरकार इंकम टैक्स व जीएसटी देने वाले घरों को छोड़कर गृहलक्ष्मी स्कीम से हर घर की महिला मुखियाा के खाते में हर महीने ₹2,000 जमा करेगी। गृहलक्ष्मी का पैसा महिलाओं के खाते में 15 से 20 अगस्त के बीच जाना शुरू हो जाएगा। और प्राथमिक रजिस्ट्रेशन के लिए 1 महीना रखा गया है, परंतु रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया निरंतर जारी रहेगी। इस साल गृहलक्ष्मी स्कीम का पैसा 1,11,00,000 (1.11 करोड़) महिलाओं को मिलेगा। इसके लिए इस साल ₹18,000 करोड़ का बजट प्रावधान रखा गया है। अगले साल तक गृहलक्ष्मी का लाभ लेने वाली महिलाओं की संख्या 1,35,00,000 (1.25 करोड़) हो जाएगी। हर साल ₹30,000 करोड़ महिलाओं के खाते में सीधा जमा होगा। कर्नाटक में 1.28 करोड़ राशन कार्ड परिवारों में मुखिया यानि हेड ऑफ फैमिली महिला है। इसके साथ-साथ बाकी परिवार भी रजिस्ट्रेशन करवा इस स्कीम का लाभ उठा पाएंगे।”
बता दें, इस साल पांच राज्यों – राजस्थान, छत्तीसगढ, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, और मिज़ोरम में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसी को देखते हुए कांग्रेस ने कर्णाटका विधानसभा चुनाव के दौरान किए गए अपने 5 वादों जिनमें गृह लक्ष्मी स्कीम: महिलाओं को हर माह 2,000 रुपए, युवा निधिः बेरोज़गार ग्रेजुएट्स को दो साल के लिए 3,000 रुपए, डिप्लोमाधारियों को 1,500 रुपए, अन्न भाग्य: ग़रीबी रेखा के नीचे हर परिवार को हर महीने प्रति व्यक्ति 10 किलोग्राम चावल, सखी कार्यक्रमः महिलाओं के लिए सरकारी बसों में मुफ़्त यात्रा, गृह ज्योति: हर घर को 200 यूनिट मुफ़्त बिजली शामिल हैं। और इनमे से कांग्रेस ने कर्नाटका में सखी कार्यक्रम, अन्न भाग्य, और अब तीसरी गारंटी गृहलक्ष्मी को पूरा कर दिया हैं। जिससे की जनता के मन में कांग्रेस के प्रति विश्वास मजबूत हो सके और बाकी राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में उन्हें कर्नाटक की तरह जीत मिल सके।