नई दिल्ली: कांग्रेस के विवादित नेता सैम पित्रोदा ने ओवरसीज कांग्रेस अध्यक्ष पद से अचानक इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अपना इस्तीफा भेज दिया है, जिसे उन्होंने स्वीकार भी कर लिया है। बताते चलें कि, रंगभेद वाले बयान के चलते सैम पित्रोदा विवादों में आ गए थे और कांग्रेस पार्टी पर पीएम मोदी हमलावर हो गए थे।
बता दें कि, आज इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह भारत के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले लोगों की रंगभेद के जरिए विवादित तुलना करते नजर आ रहे थे। वीडियो में पित्रोदा पूर्वी भारत के लोगों की तुलना चीनी और दक्षिण भारत के लोगों की तुलना अफ्रीकी लोगों से करते नजर आ रहे हैं।
कांग्रेस ने कर लिया था किनारा
सैम पित्रोदा की वजह से कांग्रेस बीजेपी और पीएम मोदी के निशाने पर आ गई, जिसके चलते कांग्रेस ने सैम पित्रोदा के बयान को उनका निजी बयान बताते हुए उनसे किनारा कर लिया था। सैम पित्रोदा के इस बयान पर अब कांग्रेस नेता ने रिएक्शन दिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर बयान जारी करते हुए कहा है कि सैम पित्रोदा ने एक पॉडकास्ट में भारत की विविधता को दर्शाने के लिए जो तुलना की है, वह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इन उपमाओं से खुद को पूरी तरह अलग करती है।
जानें क्या बोले थे सैम पित्रोदा?
वायरल वीडियो में सैम पित्रोदा कहते दिख रहे हैं कि भारत एक अत्यंत विविधता भरा देश है, जहां पूर्वी भारत में रहने वाले लोग चीन के लोगों जैसे, पश्चिम में रहने वाले अरब जैसे, उत्तर भारत में रहने वाले श्वेतों की तरह और दक्षिण में रहने वाले अफ्रीकी लोगों की तरह दिखते हैं, लेकिन इससे फर्क नहीं पड़ता।
सैम पित्रोदा ने कहा था कि हम सभी भाई-बहनें हैं। उन्होंने कहा कि हम अलग-अलग भाषाओं, धर्मों और रीति-रिवाजों का सम्मान करते हैं। ये वही भारत है, जिस पर मेरा भरोसा है, जहां हर किसी का सम्मान है और हर कोई थोड़ा-बहुत समझौता करता है।
रंगभेद वाले बयान से पहले सैम पित्रोदा ने विरासत टैक्स को लेकर भी बयान दिया था। सैम पित्रोदा ने ये बयान राहुल गांधी की उस टिप्पणी के जवाब में दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर कांग्रेस सरकार में आई तो एक सर्वे कराया जाएगा और पता लगाया जाएगा कि किसके पास कितनी संपत्ति है।राहुल गांधी के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पित्रोदा ने अमेरिका में लगने वाले विरासत टैक्स का जिक्र किया था, जिसमें लोगों की मृत्यु के बाद उनकी कुल संपत्ति का 55 प्रतिशत सरकार विरासत टैक्स के तौर पर ले लेती है।