फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर मंगलवार को शिव सेना में शामिल हो गईं। उर्मिला ने 2019 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था लेकिन हार गयी थीं। बाद में उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी। आज उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में शिवसेना की सदस्यता हासिल कर ली।
उर्मिला के शिव सेना में जाने की अटकलें कुछ दिन से लग रही थीं। उनसे पहले कांग्रेस की ही एक महिला नेता प्रियंका चतुर्वेदी भी कुछ महीने पहले शिव सेना में शामिल हो गयी थीं जो अब राज्य सभा सदस्य हैं। पता चला है कि शिव सेना उर्मिला मातोंडकर को विधान परिषद् में राज्यपाल कोटे से नामित करवा सकती है।
वैसे उर्मिला का राजनीतिक अनुभव बहुत पुराना नहीं है लेकिन वे कांग्रेस के साथ काफी समय से जुड़ी रही हैं। उन्होंने 2019 में कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ा था और बाद में पार्टी छोड़ दी थी।
मांतोंडकर ने यह लोकसभा चुनाव मुंबई उत्तरी सीट से कांग्रेस टिकट पर लड़ा था। हार के बाद उर्मिला ने कांग्रेस की मुंबई इकाई के कामकाज के तरीके पर सवाल उठाए थे। बाद में उर्मिला ने कांग्रेस छोड़ दी थी। हाल में उन्होंने मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से करने के लिए सह फिल्म नेत्री कंगना रणौत की कड़ी निंदा की थी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक अब शिवसेना उर्मिला को विधान परिषद में ‘एडजस्ट’ कर सकती है। पार्टी ने राज्यपाल बीएस कोश्यारी के पास मांतोंडकर का नाम विधान परिषद में राज्यपाल कोटे से नामित करने की सिफारिश की है। वैसे महाराष्ट्र विधान परिषद् के लिए महाविकास अघाडी ने कुल 12 नाम भेजे हैं, जिनमें एक उर्मिला का भी है।