उद्धव सरकार ने शनिवार को विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव जीत लिया। अब रविवार को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा। सत्तारूढ़ महाविकास आघाडी ने कांग्रेस के नाना पटोले को उम्मीदवार बनाया है। विपक्षी भाजपा ने स्पीकर पद पर पटोले को चुनौती देने का फैसला करते हुए किसन कथोरे को अपना उम्मीदवार बनाया है।
विश्वास मत में १६९ वोट पाने वाली शिव सेना-कांग्रेस-एनसीपी की महाविकास आघाडी के लिए अपना विधानसभा अध्यक्ष चुनना मुश्किल नहीं लगता। भले भाजपा ने पटोले को चुनौती देने का फैसला किया हो। कल यानी रविवार को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होना है।
फैसले के मुताबिक शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन में स्पीकर का पद कांग्रेस के खाते में गया है और कांग्रेस ने नाना पटोले को उम्मीदवार बनाया गया है। गौरतलब है कि २०१४ में लोकसभा चुनाव नाना पटोले ने भाजपा के टिकट पर लड़ा था और एनसीपी के प्रफुल्ल पटेल को हराया था। पीएम मोदी के खिलाफ बयानबाजी करने के बाद पटोले ने भाजपा छोड़ दी थी। कांग्रेस में आने के बाद उन्हें २०१८ में पार्टी ने किसान खेत मजदूर कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया था।
मई २०१९ में नाना पटोले ने भाजपा दिग्गज नितिन गडकरी के खिलाफ कांग्रेस टिकट पर नागपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे। अब वह सकोली से विधायक बने हैं। भाजपा उमीदवार किसन कथोरे ने भी अपनी राजनीति राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) से शुरू की थी। साल २०१४ में किसन कथोरे भाजपा में शामिल हो गए।