उद्धव सरकार के शनिवार को विधानसभा विश्वास प्रस्ताव जीतने के बाद रविवार कोविधानसभा अध्यक्ष भी महाविकास आघाडी का चुन लिया गया। इस पद पर कांग्रेस के नाना पटोले निर्विरोध चुने गए क्योंकि भाजपा ने अपने उम्मीदवार किसन कथोरे का नामांकन वापस ले लिया। महाराष्ट्र विधानसभा का शीतकालीन सत्र दिसंबर के आखिर में होने की संभावना है।
विश्वास मत इ दौरान महाविकास आघाडी को १६९ वोट मिले थे। इस तरह शिव सेना-कांग्रेस-एनसीपी की महाविकास आघाडी ने विधानसभा अध्यक्ष भी अपना चुनवाकर भाजपा को जबरदस्त झटका दिया है। वैसे देश की ज्यादातर विधानसभाओं में स्पीकर का चुनाव सर्वसम्मति से होता रहा है लेकिन शनिवार को ऐसा लग रहा था कि भाजपा को अभी भी किसी ”करिश्मे की उम्मीद” है।
फैसले के मुताबिक शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन में स्पीकर का पद कांग्रेस के खाते में गया था और कांग्रेस ने किसान नेता नाना पटोले को उम्मीदवार बनाया। गौरतलब है कि २०१४ में लोकसभा चुनाव नाना पटोले ने भाजपा के टिकट पर लड़ा था और एनसीपी के प्रफुल्ल पटेल को हराया था। पीएम मोदी के खिलाफ बयानबाजी करने के बाद पटोले ने भाजपा छोड़ दी थी। कांग्रेस में आने के बाद उन्हें २०१८ में पार्टी ने किसान खेत मजदूर कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया था।
मई २०१९ में नाना पटोले ने भाजपा दिग्गज नितिन गडकरी के खिलाफ कांग्रेस टिकट पर नागपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे। अब वह सकोली से विधायक बने हैं।