भारत बचाओ रैली में कांग्रेस पार्टी के देश भर से आये नेताओं व कार्यकर्ताओं ने 14 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान से भाजपा की मोदी सरकार और संघ विचारधारा पर हमला किया। इस रैली से कांग्रेस ने साफ संदेश दिया कि मोदी है, तो देश में असफलता और अराजकता है।
रैली से यह भी साफ हुआ कि भले ही कांग्रेस पार्टी चुनावों में असफल रही है, मगर उसका जनाधार देश में है और कई राज्यों में सरकारें हैं। रामलीला मैदान में पार्टी के कार्यकर्ताओं को देखकर कांग्रेस आलाकमान गदगद दिखा। इस दौरान राहुल गाँधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी देश में केन्द्र सरकार की जनविरोधी नीतियों को डटकर मुकाबला करेगी। राहुल गाँधी ने जब कहा कि मैं राहुल सावरकर नहीं हूँ, राहुल गाँधी हूँ। उन्होंने कहा कि वे किसी भी हालत में संसद में रेप इन इंडिया वाले बयान पर माफी नहीं माँगेेंगे। रैली में देश भर से आये कांग्रेस के नताओं और कार्यकर्ताओं से तहलका संवाददाता ने जब बात की, तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही एक ऐसी पार्टी है, जो देश के सभी वर्गों के लोगों को साथ लेकर चलना चाहती है और संविधान पर भरोसा करती है। रैली में प्रदर्शन कर कांग्रेस पार्टी ने इस बार इस ओर इशारा कर दिया है कि राहुल गाँधी ही कांग्रेस के नेता होंगे और देर-सवेर उनको ही कांग्रेस की बागडोर सौंपी जाएगी। रैली में कार्यकर्ताओं ने काले गुब्बारे उड़ाकर केन्द्र सरकार की नीतियों का विरोध किया और मौज़ूदा दौर में देश में मची अराजकता और आर्थिक मंदी पर विरोध जताया गया। रैली को कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गाँधी, उपाध्यक्ष राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी सहित वरिष्ठ नेताओं ने सम्बोधित कर एक सुर में मोदी की जनविरोधी और देश तोडऩे वाली नीतियों पर जमकर हमला बोला। नेताओं ने कहा कि अब तो आर-पार की लड़ाई से ही देश की रक्षा की जा सकती है।
सोनिया गाँधी ने अपने चिर-परिचित अंदाज़ में केन्द्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि आज का माहौल ऐसा हो गया है कि सरकार जब मर्ज़ी हो, तो जो चाहे धारा लगा देती है और कोई भी धारा हटा देती है। उन्होंने कहा कि भाजपा तो संविधान बचाओ के नाम पर संविधान दिवस मनाती है। जबकि भाजपा का संविधान से कोई लेना-देना नहीं है। ऐसे में वह कोई भी बिल बिना बहस के पास करती है; जो लोकतंत्र के लिए सही नहीं है। सोनिया ने रैली के मार्फत यह संदेश दिया है कि अब केन्द्र सरकार की जो भी देश-विरोधी नीतियाँ हैं, उनका विरोध करना ही एक मात्र रास्ता है। उन्होंने कहा कि अब देश में अंधेर नगरी चौपट राजा वाली बात सही साबित हो रही है। राहुल गाँधी ने कहा कि आज देश में किसान आत्महत्या कर रहे हैं और मज़दूरों के अधिकार छीने जा रहे हैं। आर्थिक व्यवस्था चौपट हो रही है। उन्होंने कहा कि बड़ा ही दु:खद है कि जब संसद में उन्होंने सवाल किया कि देश में अभी तक कितने किसानों ने आत्महत्या की है, तो जवाब मिला कि पता नहीं है। ऐसी देश में सरकार चल रही है। नागरिकता कानून के नाम पर नॉर्थ ईस्ट जल रहा है, वहाँ के लोग गुस्से में हैं। सरकार क्या कर रही है? नागरिकता कानून के नाम पर कानून की धज्जियाँ उड़ा रही हैं। राहुल आरोप है कि जिस प्रकार नागरिकता कानून को लेकर देश में एक विभाजन की रेखा खींचने का प्रयास किया जा रहा है, उसका वह पुरज़ोर विरोध करते हैं और करते रहेंगे। क्योंकि देश में सभी धर्मों व वर्गों के लोगों को एक साथ रहने का अधिकार है। इस मामले पर वे चुप बैठने वालों में से नहीं हैं कि सरकार कुछ भी करती रहे और हम चुपचाप देखते रहें। सबसे चौंकाने वाली बात राहुल गाँधी के भाषण ये सामने आयी है कि राहुल गाँधी के तेवर आक्रामक दिखे और कार्यकर्ताओं की हौसला अफजाई वाले दिखे। जैसे उनहोंने कहा कि कांग्रेस का कार्यकर्ता, किसी से नहीं डरता। उन्होंने भी कहा कि संसद वाले बयान पर वह माफी नहीं माँगेगे चाहे वह मर जाएँ।
कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गाँधी ने कहा कि देश में मोदी है, तो मुमकिन है- आर्थिक मंदी और बेरोज़गारी। क्योंकि देश में आर्थिक मंदी से कई कम्पनियाँ बन्द हो रही है। युवाओं के सामने रोज़ी-रोटी का संकट है, वे बरोज़गार है। यह भाजपा की सरकार झूठों की सरकार है। उन्होंने रैली में आये कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे आवाज़ उठाएँ, नहीं तो देश बँट जाएगा। क्योंकि जिस प्रकार देश में भाजपा सरकार जो काम कर रही है, वे पूरी तरह से देश को बाँटने वाली नीतियाँ हैं। उन्होंने कहा कि अगर आज देश में आवाज़ नहीं उठायी जाएगी, तो यह आवाज़ झूठे प्रचार के नाम पर दब जाएगी।
इस अवसर पर दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने कहा कि दिल्ली में सन् 2020 में विधानसभा के चुनाव हैं। दिल्ली का चुनाव कांग्रेस पार्टी के लिए अहम चुनाव है। उन्होंने कहा कि केन्द्र और दिल्ली की आप पार्टी की सरकारों से जनता दु:खी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में आप पार्टी सरकार और केन्द्र सरकार हर मोर्चे में असफल हैं। देश और दिल्ली में प्याज की बढ़ती कीमतों से हाहाकार मचा हुआ है और दिल्ली की आप पार्टी की सरकार अपनी •िाम्मेदारी से बचने के लिए केन्द्र सरकार को •िाम्मेदार मान रही, तो मोदी सरकार दिल्ली की सरकार को •िाम्मेदार मान रही है। ऐसे हालात दिल्ली में है, जिससे जनता काफी दु:खी है।
रैली में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री सहित कांगेस के राष्ट्रीय व राज्य प्रवक्ताओं ने सम्बोधित कर मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भाजपा के शासन में देश जल रहा है, किसान आत्महत्या कर रहे हैं। मोदी सरकार देश को बाँटकर लोगों को गुमराह करने में लगी है। जैसे नागरिकता कानून के नाम पर जहाँ देखो, वहाँ विरोध हो रहा है; पर सरकार इसे अपनी उपलब्धि बताकर जश्न मना रही है। दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश, मध्य-प्रदेश और राजस्थान से आये कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ही एक ऐसी पार्टी है, जिसने देश को सब कुछ दिया है। देश में जब भी भाजपा और अन्य दलों की सरकारें बनी हैं, तो वे देश को नहीं सँभाल पायी हैं और हर मोर्चे पर असफल रहीं। ऐसे में कांग्रेस पार्टी ही एकमात्र विकल्प बनकर उभरी है। अब फिर देश में कांग्रेस ही एक विकल्प बची है, जो देश में विकास करके भाईचारा ला सकती है।