महाराष्ट्र में सरकार कब बनेगी यह अभी पता नहीं लेकिन एक बड़े कदम में कांग्रेस और एनसीपी ने ५-५ सदस्यों की एक कमिटी गठित की है। यह कमिटी न्यूनतम साझा कार्यक्रम के बिंदुओं पर काम करेगी। इस बीच एक बहुत अहम ब्यान में शिव सेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा है कि दुबारा चुनाव की जरूरत नहीं पड़ेगी और तीनों दल साथ आकर मुद्दों पर बात करेंगे।
जानकारी के मुताबिक शिव सेना से मुद्दों पर स्पष्ट बातचीत नहीं होने के बावजूद अपनी तरफ से पहल करते हुए संभावित साझा सरकार के सबसे मुख्य पहलू – न्यूनतम साझा कार्यक्रम – पर काम शुरू कर दिया है और कमिटी का गठन किया है। यह माना जाता है कि न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर सबसे ज्यादा जोर कांग्रेस का है। इनमें किसानों के कर्ज, बिजली और उनकी अन्य मांगों के मसले शामिल हैं।
कांग्रेस की सूची में पृथ्वीराज चव्हाण, अशोक चव्हाण, विजय वेडदेतीवर, माणिकराव ठाकरे और बालासाहब थोराट हैं जबकि एनसीपी की सूची में अजित पवार, छगन भुजबल, नवाब मलिक, जयंत पाटिल और धनंजय मुंडे शामिल हैं।
जयपुर से मुंबई लौट रहे विधायकों से पत्रकारों की जो बातचीत हुई है, उससे संकेत मिलता है कि उनसे सरकार के गठन की बात हुई है। हालांकि, उनमें से ज्यादातर यह भी कहते सुने गए हैं कि आलाकमान जो भी फैसला करेगी, वहीं उन्हें मंजूर होगा। साथ ही वे यह भी कहते सुने गए हैं कि भाजपा को रोकने के लिए शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी को साथ बैठकर सरकार बनाने की बात करनी चाहिए।