राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुक्रवार को जम्मू कश्मीर के कठुआ से बारिश के बीच शुरू हुई। पूरी यात्रा के दौरान आज पहली बार राहुल टी-शर्ट के ऊपर जैकेट पहने हुए दिखे। राहुल गांधी जिनके नाना जवाहर लाल नेहरू कश्मीरी पंडित थे, ने जम्मू कश्मीर में प्रवेश के बाद कहा कि यह उनके लिए घर वापसी है। उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि वे जम्मू-कश्मीर के लोगों की पीड़ा जानते हैं। आज राहुल गांधी जम्मू के कठुआ के हठली मोड से चड़वाल तक का करीब 23 किलोमीटर का सफर तय करेंगे।
यात्रा की शुरुआत आज कठुआ से बारिश के बीच हुई। बारिश से बचने के लिए राहुल गांधी ने काले रंग की जैकेट पहनी हुई थी। यह यात्रा 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर श्रीनगर में यात्रा के भव्य समापन समारोह के साथ संपूर्ण होगी। नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला भी यात्रा में शामिल हुए हैं।
बता दें कांग्रेस ने 21 विपक्षी दलों को 30 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। जम्मू और कश्मीर यात्रा का अंतिम चरण है, जो 125 दिन पहले सितंबर में कन्याकुमारी से शुरू हुआ था।
इस बीच भारत जोड़ो यात्रा और 8वीं शताब्दी में वैदिक विद्वान शंकराचार्य की गई यात्रा के बीच तुलना करते हुए, नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा – ‘यह शंकराचार्य थे, जो कन्याकुमारी से कश्मीर तक जंगलों के रास्ते पैदल चले थे। कोई सड़क नहीं थी। आप कन्याकुमारी से कश्मीर तक ऐसी यात्रा करने वाले दूसरे व्यक्ति हैं।’
राहुल गांधी की अगवानी करने के लिए 85 साल के फारूक अब्दुल्ला गुरुवार को मौके पर उपस्थित थे। अब्दुल्ला ने भावुक होते हुए कहा – ‘आंखें बंद करने से पहले, मैं अपने सेक्युलर हिंदुस्तान को फिर से देखना चाहता हूं, जहां सभी का सम्मान हो।’ इस दौरान फारूक अब्दुल्ला के अलावा, कांग्रेस के जयराम रमेश, अशोक गहलोत, दिग्विजय सिंह भी उपस्थित थे।
जम्मू कश्मीर पहुँचाने के बाद अब कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 26 जनवरी तक जम्मू के अलग-अलग जिलों में रहेगी। यात्रा को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं। आतंकी खतरे की आशंका को देखते हुए राहुल की इस यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था कई चरणों में की गई है।