जवाहर टनल के पास रविवार को सीआरपीएफ कानवाय के गुजरने के वक्त एक कार में धमाके के एक दिन बाद सुरक्षा बलों ने सोमवार सुबह पुलवामा जिले के लासीपोरा में एक मुठभेड़ में चार आतंकियों को मार गिराया। इन आतंकियों की पहचान लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के सदस्यों के रूप।
रिपोर्ट्स के मुताबिक मारे गए आतंकवादियों के पास से दो एके राइफल्स, एक एसएलआर और एक पिस्टल बरामद हुई है। सुरक्षा बल अभी भी इस इलाके को घेरे हुए हैं और वहां आतंकियों की मौजूदगी की सम्भावना के चलते के चलते इलाके का चप्पा-चप्पा छाना जा रहा है।
समझा जा रहा है कि अभी इलाके में दो से तीन आतंकवादी छिपे हो सकते हैं। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के लासीपोरा में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में यह चार आतंकी ढेर किये गए। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की ४४ आरआर बटालियन, सेना और एसओजी ने आतंकियों को मार गिराने के लिए साझा अभियान चला रखा है।
इलाके को सुरक्षा बलों ने घेरा हुआ है और तलाशी अभियान चल रहा है। सुबह आतंकवादियों के होने की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने आतंकियों को बाहर निकलने को कहा जिसके बाद वहां छिपे आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर फायरिंग शुरू कर दी।
इस बीच दो दिन पहले जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर एक कार में विस्फोट की घटना की जांच शुरू हो गयी है। जली कार के बीच से जो सामन निकला है उससे यह सम्भावना पुख्ता होती जा रही है कि यह घटना आतंकवाद से जुड़ी हो सकती है। हैरानी की बात है कि पुलवामा घटना के बाद मोदी सरकार ने ऐलान किया था कि कानवाय के वक्त कोइ निजी वाहन बीच में नहीं आ सकेगा लेकिन यह बड़ी चूक अब दोबारा हो गयी जिससे सवाल उठ रहे हैं कि सुरक्षा के इंतजाम अभी भी ढीले ही हैं।