जम्मू एयरपोर्ट पर ड्रोन से किये विस्फोटक हमले के कुछ घंटे के भीतर ही आतंकवादियों ने पुलवामा जिले में एक विशेष पुलिस अधिकारी ( एसपीओ), उसकी पत्नी और बेटी की हत्या कर दी है। इस परिवार को आतंकवादियों के खिलाफ जाने की सजा मिली है क्योंकि फैयाज अहमद खुद तो एसपीओ थे ही, उनका एक बेटा भी सेना में है। यह घटना तब हुई जब आतंकवादियों ने उनके घर पर हमला करके परिवारजनों पर ताबड़तोड़ गोलीबारी कर दी।
इस घटना में फ़ैयाज़ की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी जबकि गंभीर घायल पत्नी और मासूम बेटी ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। पूरे गाँव वालों ने नाम आँखों से उनकी आख़िरी रसूमात में हिस्सा लिया। घटना पुलवामा जिले के अवंतीपोरा में हरिपरिगाम गाँव की है। आतंकी फैयाज के घर में घुस गए और उनपर और परिजनों पर ताबड़तोड़ गोलियाँ चलाईं। इस हमले में फ़ैयाज़, उनकी पत्नी और बेटी गंभीर रूप से घायल हो गए। बाद में अस्पताल में पत्नी और बेटी की भी मौत हो गई।
पिछले तीन दशक में कश्मीर ऐसे असंख्य लोगों की आतंकवादियों ने हत्या की है जिन्होंने आतंकवादियों का विरोध करने या सुरक्षा बलों की मदद करने की ठानी। इनकी शुरुआत इख्वानियों से हुई थी जो आतंकवाद छोड़कर मुख्यधारा से जुड़े थे। इनमें से ज्यादातर की आतंकियों ने चुन-चुनकर हत्या कर दी। हालांकि, इसके बावजूद स्थानीय मुस्लिमों का आतंकवादियों की धमकियों के बावजूद सेना और पुलिस में भर्ती होना या सुरक्षा बलों का साथ देना जारी रहा है।
आतंकी दबाव बनाने के लिए उन स्थानीय मुस्लिमों और अन्य को निशाना बना रहे हैं जो या तो सेना में गए हैं, पुलिस में भर्ती हुए हैं, एसपीओ के रूप में काम कर रहे हैं, चुनाव मैदान में उतरे हैं या आतंकवाद का समर्थन नहीं करते हैं। हाल में ऐसी कई घटनाये हुई हैं जिनमें स्थानीय ऐसे मुस्लिमों को निशाना बनाया गया है। इसी जून में 17 तारीख श्रीनगर में जावेद अहमद नाम के एक पुलिसकर्मी को उसके घर में गोली मार दी गई थी, जिनकी बाद में मौत हो गयी।
इसके बाद 22 जून को पुलिस इंस्पेक्टर परवेज अहमद डार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह हत्या तब की गयी जब डार श्रीनगर के मेनगांवजी नौगाम में नमाज अदा करने जा रहे थे। डार के परिवार में 13 और 10 साल के बेटी-बेटे हैं।
कालूचकक में भी ड्रोन
इस बीच जम्मू टेक्नीकल एयरपोर्ट में ड्रोन से विस्फोटक गिराने की घटना के एक दिन बाद सोमवार को जम्मू संभाग के कालूचक में भी ड्रोन दिखाई दिए हैं। सुरक्षा बलों के चौकन्ना होने से यह ड्रोन किसी घटना को नहीं कर पाए और वहां से गायब हो गए। सुरक्षा एजेंसियां अब इस घटनाओं का गंभीरता से विश्लेषण कर रही हैं। देश के दूसरे हिस्सों में भी इन घटनाओं के बाद अलर्ट जारी किये गए हैं।