अफगानिस्तान में तालिबान के बाद कश्मीर को लेकर अल-कायदा जैसे आतंकवादी संगठनों की तरफ से भले फिलहाल ब्यानबाजी बंद हो, वहां आतंकवाद की घटनाएँ रुकती नहीं दिख रही हैं। आतंकवादियों ने जहाँ बहुत साल बाद किसी कश्मीरी पंडित की हत्या की वहीं दो और लोगों को भी जान से मार दिया। आतंकियों ने श्रीनगर में बिंदरू मेडिकेट स्टोर के मालिक माखन लाल बिंदरू की मंगलवार को गोली मारकर हत्या कर दी। बिंदरू की हत्या की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) नामक आतंकी संगठन ने ली है।
आतंकवादियों ने 3 नागरिकों की हत्या दो घंटे के भीतर कीं। इनमें से दो हत्याएं तो श्रीनगर में महज एक घंटे के भीतर हुईं। सरकार के इन दावों कि कश्मीर में आतंकवाद पर काबू पाने में काफी हद तक सफलता मिली है, के बावजूद आतंकी काफी सक्रिय दिख रहे हैं। आतंकियों ने सबसे पहले श्रीनगर के इकबाल पार्क के पास मशहूर फार्मेसी स्टोर बिंदरू मेडिकेट के मालिक माखन लाल बिंदरू को गोली मारकर घायल कर दिया। बाद में अस्पताल में उनकी मौत हो गयी।
बिंदरू काफी लम्बे समय से वहां दुकान चला रहे थे और उनकी काफी लोकप्रियता थी। आतंकवादियों ने उस वक्त गोलियां चलाईं, जब वह लोगों को दवाइयां दे रहे थे। गंभीर रूप से घायल बिंदरू को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
आतंकियों ने इसके बाद श्रीनगर में ही पानीपुरी बेचने वाले एक स्ट्रीट वेंडर को गोलियों का निशाना बनाया। उनकी मौके पर ही मौत हो गयी। मृतक की पहचान बिहार के भागलपुर निवासी वीरेंद्र पासवान के रूप में हुई है। आतंकवादियों ने गोलियां मारकर उसे बुरी तरह घायल कर दिया जिससे उनकी वहीं मौत हो गयी।
तीसरी हत्या आतंकियों ने बांदीपुरा में की। बांदीपोरा जिले में अज्ञात बंदूकधारी ने एक नागरिक की गोली मारकर हत्या कर दी। मोहम्मद शफी लोन उर्फ सोनू को हाजिन में गोली मारी गई। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल लाया गया, लेकिन वहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
हत्याओं की राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शोक जताते हुए इसकी निंदा की। उन्होंने बिंदरू की मौत को खौफनाक बताते हुए कहा कि वह एक सज्जन इंसान थे। अब्दुल्ला ने कहा कि इन वारदातों की निंदा करने के लिए शब्द कम पड़ रहे हैं। केंद्र सरकार के दावे के विपरीत हाल में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी घटनाएं बढ़ी हैं। 2 अक्टूबर को 6 घंटे के भीतर कश्मीर में तीन आतंकी वारदातें हुई थीं।