कर्नाटक में राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है। जेडीएस-कांग्रेस के १२ विधायकों और एक निर्दलीय विधायक के इस्तीफे के बीच कांग्रेस ने अपने सभी मंत्रियों से इस्तीफा देने को कहा है। सरकार बचाने के लिए मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी अमेरिका से स्वदेश लौट आए हैं।
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा पैसे के जोर पर कर्नाटक में चुनी हुई सरकार गिराकर अपनी सरकार बनाना चाहती है। उसने आरोप लगाया है कि भाजपा आलाकमान इसके पीछे है। इस बीच कांग्रेस सांसद डीके सुरेश ने इस मसले पर लोकसभा में कार्यस्थगन प्रस्ताव दिया है।
कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस के १३ विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस सांसद डीके सुरेश ने कहा कि प्रदेश में सभी कांग्रेस के मंत्री इस्तीफा देने जा रहे हैं। पिछले ५० घंटे से राज्य में जारी सियासी संकट के बीच के कांग्रेस और जेडीएस सरकार बचाने की कोशिशों में लगी है।
फिलहाल कांग्रेस-जेडीएस सरकार गंभीर संकट में है हालांकि कांग्रेस अपनी तरफ से सरकार बचाने की पूरी कोशिश कर रही है। उसने अपने असंतुष्ट विधायकों से मुलाकात कर उन्हें मनाने की भी कोशिश की है। उनके इस्तीफों की पुष्टि विधानसभा स्पीकर भी कर चुके हैं। अब निर्दलीय विधायक नागेश ने मंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया है।
दिल्ली से लेकर कर्नाटक तक कांग्रेस का बैठकों का दौर जारी है। सीएम कुमारस्वामी के स्वदेश लौटने के बाद जेडीएस सरकार बचाने की कोशिशें तेज कर दी हैं दी हैं।खबर है कि सोमवार को कुमारस्वामी ने कांग्रेस के असंतुष्ट विधायक रामलिंगा रेड्डी से बेंगलुरु में किसी गुप्त स्थान पर मुलाकात की है।
कर्नाटक के उनमुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने कहा – ”वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम और नतीजों पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस के सभी मंत्रियों को नाश्ते की बैठक पर बुलाया गया है। हम जानते हैं कि भाजपा क्या करना चाह रही है। अगर जरूरत पड़ी तो हम सभी इस्तीफा दे सकते हैं और फिर विधायकों को समायोजित कर सकते हैं।”
नाश्ते पर कांग्रेस विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, मंत्री डीके शिवकुमार के साथ सभी मंत्री पहुंचे। इस समय एक बैठक परमेश्वर के आवास पर चल रही है जहाँ सीएम कुमारस्वामी भी उपस्थित हैं।