चक्रवाती तूफान तौकते ने शनिवार को कर्नाटक और गोवा के तटीय इलाकों में कहर बरपाया। कर्नाटक के आठ जिलों में नुकसान हुआ है, जबकि गोवा में भारी बारिश और तूफान से पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ जाने से अंधेरा छा गया है। कर्नाटक में चार लोगों की मौत हो गई है और बड़े पैमाने पर बचाव अभियान शुरू किया गया है।
कर्नाटक राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा रविवार सुबह जारी स्थिति रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण कन्नड़, उडुपी, उत्तर कन्नड़, कोडागु, शिवमोगा, चिकमंगलुरू और हासन जिलों के 73 गांव और 17 तालुका चक्रवात से अभी तक प्रभावित हुए हैं। वहीं, कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने रविवार को स्थिति का जायजा लिया। राज्य के प्रभावित 73 गांवों में 28 गांव उडुपी जिले के हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक 318 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है और 11 राहत शिविरों में 298 लोगों को पहुंचाया गया है। 112 घर, 139 खंभे, 22 ट्रांसफॉर्मर, चार हेक्टेयर बागान को क्षति हुई है। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने रविवार को जिला प्रभारी मंत्रियों तथा उपायुक्त को प्रभावित जिलों में दौरा करने एवं बचाव तथा राहत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं। राज्य के आठ जिलों में भारी बारिश हुई है। इसमें बताया गया कि कर्नाटक के तटीय इलाकों में 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने के साथ भारी बारिश हुई।
गुजरात में जारी किया हाईअलर्ट
चक्रवात तौकते बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया है और वह गुजरात तट की ओर बढ़ रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को बताया कि इसके उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने और 17 मई की शाम तक गुजरात तट पर पहुंचने की बहुत संभावना है। यह 18 मई को तड़के पोरबंदर और महुवा के बीच से राज्य के तट को पार करेगा। गुजरात तथा दमन एवं दीव के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। 18 मई तक हवा की गति 150-160 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ने के आसार हैं। इसके बाद भारी तबाही की आशंका जाहिर की गई है। महाराष्ट्र-गोवा तथा इससे सटे हुए कर्नाटक के तटों पर हवा की गति 70-80 से लेकर 90 किलोमीटर प्रतिघंटे तक हो सकती है। खतरे को देखते हुए डेढ़ लाख लोगों को निचले तटीय क्षेत्रों में स्थानांतरित किया गया है साथ ही एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 54 टीमें तैनात की गई हैं।
गोवा में कहर बरपा, दिन में छाया अंधेरा
चक्रवात तौकते की वजह से गोवा के कई हिस्सों में रविवार को तेज हवाएं चलीं तथा भारी बारिश हुई, जिस वजह से पेड़ों के साथ ही बिजली के खंभे उखड़ गए और कई इलाकों में बिजली की आपूर्ति बाधित हुई। इससे गोवा के अधिकतर इलाकों में बिजली चली गई है। उन्होंने कहा, बिजली के सैकड़ों खंभे टूट गए हैं। बिजली की आपूर्ति करने वाली 33 केवी की कई हाई टेंशन तारें पेड़ों के गिरने की वजह से प्रभावित हुई हैं। पड़ोसी महाराष्ट्र से गोवा में बिजली की आपूर्ति करने वाली 220 केवी की लाइनें भी प्रभावित हुई हैं।