कर्नाटक की घटनाक्रम से सांसत फंसी कांग्रेस को गोवा में एक और बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के 15 विधायकों में से 10 विधायकों ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। इन विधायकों का नेतृत्व नेता प्रतिपक्ष बाबू कवलेकर ने किया है। इसके साथ ही अब बीजेपी में विधायकों की संख्या 27 हो जाएगी।
सूत्रों का दावा है कि बाबू कबलेकर नई सरकार में डेप्युटी चीफ मिनिस्टर का पद दिया जा सकता है। चर्चा तो यहां तक है कि कांग्रेस छोड़कर आए कुछ विधायकों को मंत्री पद देने के लिए वर्तमान मंत्रियों पर गाज गिर सकती है। गोवा बीजेपी के प्रभारी एसपी संतोष पिछले 2 दिनों से गोवा में बैठे हुए हैं। पणजी में हुई एक गुप्त मीटिंग में बगावत करने वाले कांग्रेसी विधायकों को निर्देश दिया गया कि वे लोग पहले कांग्रेस से इस्तीफा दें और एक नई इंडिपेंडेंट पार्टी निर्माण करें और फिर बीजेपी में शामिल हो जाएं।
इस नए घटनाक्रम से कांग्रेस सकते में है गोवा में अब उनके पास सिर्फ 5 विधायक बचे हुए हैं। जिनमें पूर्व चीफ मिनिस्टर राम सिंह राणे, रवि नाईक ,दिगंबर कामत, अलेक्स रुजिनाल्ड लॉरेंस और लुइस इन फालेरो हैं।
कांग्रेस छोड़ने वालों में कबलेकर के साथ नीलकंठ हलणकर, इजिदोर फर्नांडिस, फिलीप नेरी रॉड्रिग्ज, फ्रान्सिस सिल्वेरा, टोनी फर्नांडिस, बाबूश मोन्सेरात, विल्फ्रेड डिसा (बाबाशान), जेनिफर मोन्सेरात और क्लाफास डायस। ये सभी लोग दिल्ली रवाना हो गए हैं।
गौरतलब है कि गोवा की 40 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के 17, कांग्रेस के 15, जीपीएफ के 3, एनसीपी के दो और 2 निर्दलीय विधायको के साथ एमजीपी का एक विधायक हैं। कांग्रेस के 10 विधायकों के बीजेपी में विलय की घोषणा के चलते अब गोवा विधानसभा में बीजेपी विधायकों की संख्या बढ़कर 27 हो गई है और कांग्रेस के पास सिर्फ 5 विधायक बचे हैं।