कर्नाटक में तीन लोक सभा और दो विधानसभा उपचुनावों के नतीजे में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। सरदार पटेल की मूर्ती की स्थापना और भाजपा में राम मंदिर के शोर के बीच कर्नाटक ने इन उपचुनावों में कुल पांच सीटों में से भाजपा को सिर्फ एक सीट मिली है जबकि चार सीटों पर कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की है। नतीजे आते ही कांग्रेस ने इसे पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ देश में बन रहे माहौल का संकेत बताया है।
कांग्रेस ने सबसे बड़ी जीत बेल्लारी में दर्ज की है जहाँ भाजपा के पास सीट थी। बेल्लारी में कांग्रेस के यूएस उगरप्पा, मांड्या में जेडीएस के एलआर शिवराम गौड़ा, शिवमोगा में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष येदियुरप्पा के बेटे बीवाई राघवेंद्र, रामनगर में मुख्यमंत्री कुमारस्वामी की पत्नी अनीता कुवारस्वामी और जमखंडी में कांग्रेस के ए सिद्दू न्यामगोडा जीत गए हैं। चुनाव नतीजों के बाद कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इसे राहुल गांधी और कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की जीत बताया है।
बेल्लारी लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने भाजपा को २ लाख १४ हजार वोट से हराया, मांड्या लोकसभा सीट पर जेडीएस ने भाजपा उम्मीदवार को २.५० लाख वोट से हराया, शिवमोगा सीट पर भाजप ने जेडीएस को ४७ हजार वोट से हराया, रामनगर विधानसभा सीट पर जेडीएस ने भाजपा को १ लाख ९ हजार वोट से हराया, जामखंडी विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने बीजेपी को ३९४८० वोट से हराया है।
मतों की गिनती सुबह आठ बजे से शुरू हुई और इसके लिए कुल १२४८ मतगणना कर्मियों की तैनाती की गई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मतगणना के दौरान कोई भी अप्रिय घटना न हो, इसके लिए पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। इन पांच सीटों के लिए कुल 31 उम्मीदवार मैदान में थे। हालांकि मुकाबला मुख्यत: कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन और भाजपा के बीच है।
शनिवार को हुए मतदान में औसतन ६७ फीसदी वोट पड़े थे। शिवमोग्गा, बल्लारी और मांड्या लोकसभा सीट पर क्रमश: ६१.०५, ६३.८५ और ५३.९३ फीसदी मतदान दर्ज किया गया था। रामनगर और जामखंडी विधानसभा सीटों पर क्रमश: ७३.७१ और ८१.५८ फीसदी मतदान हुआ था।