पूरी दुनिया के सिख समुदाय के लिए बेहद अहम करतारपुर, पंजाब के गुरदासपुर ज़िले में भारतीय सीमा से महज़ 4 किलोमीटर दूर पाकिस्तान वाले पंजाब के नारोवाल ज़िले में रावी नदी के तट पर स्थित है। 9 नवंबर से पहले करतारपुर स्थित दरबार साहिब के दर्शन दूरबीन से ही करने की अनुमति थी। एक साल पहले ही दोनों देश इस पर सहमत हुए और महज़ 10 महीनों के अन्दर ही करतारपुर साहिब के दोनों सरकारों ने इलाके का कायाकल्प का करोड़ों सिख श्रद्धालुओं का दिल जीत लिया। इस गलियारे ने भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तल्ख माहौल में कुछ नरमी के संकेत दिये हैं। 9 नवंबर, 2019 से ठीक 30 साल पहले बर्लिन की दीवार ढहाने का काम शुरू हुआ था। भारत-पाक के बीच दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की ओर से उद्घाटन किये जाने ने उस घटना की यादें ताजा कर दीं। पर यहाँ दो महाद्वीपों में घटीं इन दो ऐतिहासिक घटनाओं में सिर्फ 30 साल का ही नहीं, बल्कि कई सारे अन्तर हैं। 30 साल पहले की घटना में 2 देशों के फिर से एक होने की शुरुआत हुई थी, जिनके बाशिंदे 28 सालों से विभाजन का दंश झेल रहे थे। बर्लिन की दीवार ढहने से जो हुआ था, वैसा करतारपुर गलियारा खुलने से वैसा कुछ नहीं हुआ। यहाँ गलियारे से सिर्फ भारत के सिख श्रद्धालु पाकिस्तान स्थित अपने सबसे बड़े आस्था स्थलों में शुमार दरबार साहिब पर मत्था टेकने जाने लगे हैं।
550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर हिस्सा लेने के लिए करतारपुर गलियारे और गुरु नानक देव साहिब के दर्शन के लिए पाकिस्तान गुरुद्वारे के प्रांगण में एकत्र श्रद्धालु।
9 नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन के अवसर पर करतारपुर में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब के सुल्तानपुर लोधी में गुरुद्वारा बेर साहिब में सिख श्रद्धालुओं के बीच वक्त बिताया और गुरुद्वारे में मत्था टेका साथ ही लंगर भी छका।
12 नवंबर को अमृतसर में गुरु नानक देवजी के 550वें प्रकाश पर्व रोशनी में नहाया स्वर्ण मंदिर के नाम से मशहूर श्रीहरमंदिर साहिब।
गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक में लंगर छकते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह व अन्य।
गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर गुरदासपुर सीमा से गुरुद्वारा करतारपुर साहिब पाकिस्तान के लिए रवाना होता सिख श्रद्धालुओं का जत्था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरदासपुर में करतारपुर जाने के लिए चेक पोस्ट का उद्घाटन किया साथ ही सिख तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को रवाना किया।
उद्घाटन समारोह में गतका खेलते सिख जांबाज़।